गेहूं के फसल की नाड़ को आग लगाने से बाज नहीं आ रहे कुछ किसान, सैकड़ों कनाल नाड़ चढ़ा आग की भेंट

गेहूं की फसल के नाड़ को आग लगाने का सिलसिला जारी है। गेहूं की फसल के नाड़ को आग लगाने से कुछ किसान बाज नहीं आ रहे। सैकड़ों कनाल गेहूं की फसल का नाड़ आग की भेंट चढऩे से ज्यादातर किसानों जिन्होंने मवेशी पाले हैं, उनके समक्ष सूखे चारे भूसे का संकट पैदा हो गया है। सांबा जिले के कृषि प्रदान क्षेत्रों में गेहूं की फसल के नाड़ को आग लगाने का सिलसिला तीन चार दिन पहले शुरू हुआ था, जो थमने का नाम नहीं ले रहा। जिले की सीमावर्ती तहसील रामगढ़ के आधीन आने वाले गावों में गेहूं की फसल के नाड़ को आग लगाने का सिलसिला लगातार जारी है। गत दिवस सांझ ढ़लते ही विभिन्न इलाकों के कृषि क्षेत्रों से आग की लपटें निकलना शुरू हो गईं और रात भर खेतों में आग का तांड़व जारी रहा। यह सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। सीमावर्ती गांव केसो-मन्हासां, पखडी, बरोटा कैंप, कमोर, रंगूर कैंप, नंगा, कौलपुर, रामगढ़, तरिंडिय़ां आदि ऐसे गावों के कृषि क्षेत्रों में मंगलवार को गेहूं के नाड़ को धू-धू कर जलते देखा गया। कुछ किसानों का खेतों में पड़ा भूसा भी आग की भेंट चड़ गया। पंचायत केसो-मन्हासां के पूर्व सरपंच कुलदीप कुमार वर्मा, राकेश कुमार, नरेंद्र कुमार, साहिल आदि ने बताया कि गेहूं का नाड़ आग की भेंट चढऩे से ज्यादातर किसानों जिन्होंने मवेशी रखे हैं, के समक्ष सूखे चारे भूसे का संकट पैदा हो गया है। ज्यादातर किसानों ने कंबाइन मशीनों से गेहूं की फसल की कटाई की और रिपर मशीनों के माध्यम से सूखा चारा भूसा निकाल रहे थे। सैकड़ों कनाल  नाड़ आग की भेंट चढऩे स ेअब किसानों के समक्ष सूखे चारे भूसे का संकट पैदा हो गया है। वहीं कृषि क्षेत्रों में आग लगने से सैकड़ों पेड़-पौधे भी जल गए हैं और लाखों जीव-जन्तू भी आग की भेंट चढ़ गए हैं। जानकारी के अनुसार कुछ किसान अगली फसल लगाने के लिए खेतों को साफ करने के लिए नाड़ को आग लगा रहे हैं। तेज हवाऔं के कारण आग एक खेता से दूसरे खेत में फैल कर आगे बढ़ती जा रही है। कुछ किसानों की गलती का खामियाजा सभी को भुगतना पड़ रहा है। रामगढ़ क्षेत्र के पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों व प्रगतिशील किसान मोहन सिंह भट्टी, प्रेम पाल चौधरी, भारत भूषण, कुलदीप कुमार, जसबीर सिंह, विजय चौधरी, राम पाल शर्मा, देवेंद्र सिंह, रूप चौधरी, दर्शन चौधरी, जगदीश चौधरी अदि ने लोगों व किसानों से गेहूं के नाड़ को आग न लगाने की अपील की है। वहीं जिला प्रशासन का ध्यान भी इस ओर दिलाया है ताकि उचित कदम उठाए जाएं और समस्या का समाधान हो।
 
 

   

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