कारगिल जा रहे पांच वाहन भारी हिमस्खलन की चपेट में, कई फुट गहरे बर्फ में दबे
- Kashmir Singh
- Apr 17, 2023
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कश्मीर घाटी के सोनमर्ग से खाद्य सामग्री लेकर कारगिल जा रहे पांच वाहन रविवार को भारी हिमस्खलन की चपेट में आ गए। वाहन कई फुट गहरे बर्फ में दब गए। इलाके में सक्रिय सीमा-सड़क संगठन (बीआरओ) ने तत्काल कारर्वाई करते हुए वाहनों में फंसे छह लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। वाहनों को निकालने का अभियान जारी है। जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश में मौसम बदल गया है। हिमस्खलन के चलते बांदीपोरा-गुरेज मार्ग बंद हो गया है। मैदानी इलाकों में दिनभर बादल छाए रहे। प्रदेश के कई जिलों में बारिश और सोनमर्ग, जोजिला जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र ने 18 से 20 अप्रैल तक प्रदेश में सामान्य से भारी बारिश की संभावना जताई है।
जानकारी के अनुसार, सोनमर्ग से कारगिल जा रहे पांच ट्रक शैतान नाला गुमरी के पास रविवार की दोपहर हिमस्खलन की चपेट में आ गए। इन ट्रकों में खाने-पीने की सामग्री लदी हुई थी। एसएसपी कारगिल के अनुसार वाहनों में मौजूद सभी छह लोगों को बचा लिया गया है और फंसे वाहनों को निकालने का अभियान जारी है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश खासतौर से कश्मीर के कई जिलों में रविवार को बारिश हुई। गुलमर्ग, कुपवाड़ा, श्रीनगर और पहलगाम में बारिश से तापमान में गिरावट आई है। जम्मू संभाग में भी दोपहर बाद से बादल छाए रहे। बटोत और भद्रवाह में हल्की बारिश भी हुई।
जम्मू में सुबह मौसम साफ रहा। लेकिन दोपहर बाद आसमान में बादल छा गए। इससे लोगों को गर्मी से हल्की राहत मिली। तापमान की बात करें तो प्रदेश के अधिकतर जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। जम्मू में दिन का अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। वहीं, श्रीनगर का अधिकतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस रहा। पहलगाम का अधिकतम तापमान 14.7 डिग्री, गुलमर्ग का अधिकतम तापमान 8.5 डिग्री और श्री माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा का अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
डोडा-किश्तवाड़ समेत चार जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी
जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (जेकेडीएमए) ने रविवार को अगले 24 घंटों के दौरान चार जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। जेकेडीएमए ने कहा कि डोडा, किश्तवाड़, बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिलों में समुद्र तल से 3200 से 3500 मीटर ऊपर कम खतरे वाले हिमस्खलन के आसार हैं। इस दौरान इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को एहतियात बरतने और अगले आदेश तक हिमस्खलन संभावित क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी गई है।