गुरुग्राम में वाल्मीकी परिवार से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण देने की शुरुआत

22 जनवरी को सभी मनाएं दिवाली: पवन जिंदल

गुरुग्राम, 1 जनवरी (हि.स.)। अयोध्या धाम से आए निमंत्रण रूपी पवित्र अक्षतों कोघर-घर तक पहुंचाने का अभियान सोमवार से शुरू हो गया। भगवान श्रीराम का चित्र, संपर्क पत्रों के साथ राम भक्तों ने गुरुग्राम में घर-घर जाकर राम मन्दिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के निमंत्रण देकर अभियान का श्री गणेश किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघ चालक पवन जिंदल सदर बाजार स्थित वाल्मीकि बस्ती में पहुंचे और सुशील सौदा के परिवार को निमंत्रण देकर आमंत्रित किया। उन्होंने सभी सनातनियों से आहवान करते हुए कहा कि 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा है इस दिन को सभी दिवाली की तरह मनाएं।

पवन जिंदल ने बताया कि 491 वर्ष के संघर्ष के बाद भगवान श्री राम का मंदिर बनने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है। सनातन में वाल्मीकि जी का महत्व बहुत अधिक है, जब श्री लक्ष्मण जी माता सीता को वन में छोड़ आए थे तो माता सीता वाल्मीकि जी के आश्रम में ही रहीं और लव और कुश को जन्म दिया। तेजस्वी लव और कुश महर्षि वाल्मीकि के सानिध्य में ही पले-बढ़े। अयोध्या के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम भी महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा गया।

श्री जिंदल ने कहा कि आधुनिक युग में परिवारों का परिदृश्य बदल रहा है। संयुक्त परिवारों का स्थान अब एकल परिवार ने ले लिया है। ऐसे में हम सभी के उपर अपने बच्चों को संस्कारवान बनाने की बड़ी जिम्मेदारी है। निमंत्रण देने के इस अभियान में प्रांत संघचालक पवन जिंदल के साथ सभी रामसेवक वरिष्ठ नेत गोपीचंद गहलोत, अजय सिंघल के घर पहुंचे और उन्हें भी श्रीराम लला का न्योता दिया।

श्री राम नगर में सेक्टर 10 में महर्षि वाल्मीकि मंदिर में महर्षि वाल्मीकि जी के चरणों में न्यौता अर्पित करके रामसेवकों ने अभियान की शुरुआत की। मंदिर के प्रधान गुनिया बाबा, मुकेश उपस्थित रहे। पवन जिंदल ने बताया कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। लोगों में भगवान श्रीराम के दर्शनों के लिए उत्साह इस अभियान के दौरान देखा गया।

हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव

   

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