होली में भक्त हुये सराबोर, फाग खेलन आये नटवर नंद किशोर

हाईड्रोलिक पिचकारी से बरसा टेसू का रस-रंग, भीग गया तन-मन

भक्तों ने खेली प्रियाकान्त जु संग होली, देवकीनंदन महाराज ने लुटाये लड्डू-जलेबी

होली कन्हैया का पवित्र त्यौहार, नशे और अश्लीलता से बदनाम न करें : देवकीनंदन

मथुरा, 24 मार्च(हि.स.)। वृन्दावन प्रियाकान्तजु मंदिर प्रांगण में हाईड्रोलिक पिचकारी से टेसू का रंग बरसा तो होली गीतों पर नाचते श्रद्धालु-भक्तों का आनंद दुगना हो गया। श्रद्धालुओं ने एक दूसरे के साथ रंग-गुलाल की खूब होली खेली। मंदिर से भक्तों में लड्डू-जलेबी का प्रसाद लुटाया गया। देवकीनंदन महाराज ने राधा-कृष्ण स्वरूपों के साथ फूलों की होली खेली। होली महोत्सव में कई कलाकार भी शामिल हुये।

रविवार को छटीकरा मार्ग स्थित ठा0 श्री प्रियाकान्तजु मंदिर में प्रातः देवकीनंदन महाराज ने युगल विग्रह को गुलाल लगाकर होली महोत्सव की शुरूआत की। कथा समापन के पश्चात मंदिर प्रबंधन ने सतरंगी होली की घोषणा की तो श्रद्धालु भक्त मंदिर प्रांगण में एकत्रित हो गए। रसिया गायन के बाद गोप-ग्वाल के बीच हास-परिहास की होली खेली गयी। फिल्मी कलाकार पाखी हेगड़े एवं यू ट्यूब के हास्य कलाकार टीम मृदुल ने भक्तों के बीच फूल और लड्डुओं की होली खेली। लठामार और रंग गुलाल की होली के बाद देवकीनंदन महाराज ने मंदिर अट्टालिका पर विशेष रूप से लगायी गयी हाइड्रोलिक पिचकारी से टेसु के रंग बरसाये। सुगंधित रंगों की बोछारें श्रद्धालुओं पर गिरीं तो सभी नृत्य करने लगे। नैक आगे आ श्याम तोपे रंग डारूँ.....नैक आगे आ...., होरी खेलूं रसभरी, प्रियाकान्तजु संग... फाग खेलन आये, नटवर नंद किशोर....,.मेरो खो गयो बाजूबंद रसिया होरी में..... जैसे गीतो पर श्रद्धालु देर तक झूमते रहे।

देवकीनंदन महाराज ने संदेश देते हुये कहा कि कन्हैया ने होली खेलकर सभी को एक रंग में रंग दिया। न कोई छोटा, न बड़ा, न कोई काला, न गौरा। होली के रंगो में रंगकर सब एक हो जाते हैं। कहा कि होली पवित्र त्यौहार है मर्यादा का ध्यान रखें कि किसी बहन-बेटी का अपमान न हो। नशे का सेवन करके होली न खेंलें। कृष्ण भक्तों को बधाई देते हुये उन्होंने कहा कि यही प्रार्थना है कि अगली होली से पूर्व मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बन जायें।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/राजेश

   

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