छतरपुर: अवैध कब्जे हटने में बाधक बने व्यापारी नेता, एफआईआर होगी दर्ज

छतरपुर, 7 अप्रैल (हि.स.)। शहर के बस स्टेण्ड, चौक बाजार, गल्लामण्डी, रामगली बजरिया और महल रोड पर पसरे दुकानदारों के अवैध कब्जों पर लंबे समय बाद प्रशासन ने कार्यवाही की हिम्मत तो जुटाई लेकिन कब्जे हटने के दौरान कुछ छुटभैया नेताओं ने पुलिस और नगर पालिका की इस संयुक्त मुहिम का विरोध शुरू कर दिया। नेताओं के इस विरोध से शहर में हो रही एक अच्छी कार्यवाही पर ग्रहण लग सकता है। छतरपुर कलेक्टर संदीप जीआर शहर को सुंदर और सुव्यवस्थित बनाने के प्रयास कर रहे हैं ताकि नागरिकों को सड़क पर चलने के लिए जगह मिले लेकिन स्वार्थी व्यापारी नेताओं ने अपने लाभ के लिए नागरिकों को परेशान करने का ठेका ले रखा है। इस कार्यवाही से एक तरफ जहां शहर के आम नागरिक प्रसन्न थे तो वहीं चंद व्यापारी नेताओं को दुख झेलना पड़ा।

बस स्टेण्ड से शुरू हुई कार्यवाही, चौक बाजार पर ठप्प

रविवार की सुबह नगर पालिका की सीएमओ माधुरी शर्मा और यातायात प्रभारी वृहस्पति साकेत के नेतृत्व में पुलिस और नगर पालिका के अमले ने एक जेसीबी मशीन के साथ इस कार्यवाही को शुरू किया। बस स्टेण्ड से चौक बाजार जाने वाला मार्ग सबसे ज्यादा अतिक्रमण की चपेट में है। यहां दुकानदारों ने लगभग 10 फिट तक कब्जे कर अपना सामान सड़क पर रख लिया है। कार्यवाही यहीं से शुरू की गई। बस स्टेण्ड से चौक बाजार तक तो यह कार्यवाही चलती रही। छुटपुट विरोध के बावजूद प्रशासन ने कई दुकानदारों के छज्जे तोड़े, बोर्ड हटवाए और अतिक्रमण न करने की सख्त चेतावनी दी लेकिन जैसे ही अतिक्रमण विरोधी दस्ता चौक बाजार पहुंचा तो यहां अतिक्रमण के रक्षक छुटभैये नेताओं ने नारेबाजी कर प्रशासन का विरोध शुरू कर दिया।

पुलिस टीम को गालियां दीं, खदेड़कर भगा दिया

जब पुलिस और नगर पालिका की यह टीम चौक बाजार पर पहुंची तो यहां कई व्यापारियों ने अपने छज्जे टूटने का विरोध शुरू कर दिया। व्यापारी नेता गुड्डा जैन, संजय बरसैयां सहित कुछ अन्य स्थानीय नेताओं ने प्रशासनिक कार्यवाही का विरोध कर दिया। अतिक्रमणकारी व्यापारी भी इन नेताओं की आड़ में नारेबाजी करने लगे। पुलिस टीम को गालियां भी दी गईं। कुछ व्यापारियों ने तो यह तक कह दिया कि उक्त कार्यवाही से भाजपा को नुकसान होगा ताकि प्रशासन डर जाए। इस मुहिम को राजनैतिक रंग देकर दूषित करने की कोशिश की गई तो प्रशासन ने भी हाथ खींच लिए। काफी देर तक व्यापारियों का विरोध झेलने के बाद यह प्रशासनिक टीम चौक बाजार से बेरंग वापस लौट आयी।

धारा 144 का उल्लंघन किया, हो सकती है एफआईआर

अतिक्रमणविरोधी दस्ते के साथ व्यापारी नेताओं की आड़ में काफी दुव्र्यवहार किया गया। एक साथ कई व्यापारियों ने लोकसभा निर्वाचन के संबंध में लगी धारा 144 का उल्लंघन भी किया। पुलिस और प्रशासनिक टीमों को गालियां भी दी गईं, इतना ही नहीं अतिक्रमण हटाने पहुंची सरकारी टीम के कामकाज में भी रोड़े अटकाए गए। इस मामले की सूचना और विवाद व नोकझोंक के सभी वीडियो कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक तक पहुंच चुके हैं। इस मामले में कुछ लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही भी हो सकती है।

यातायात प्रभारी छतरपुर वृहस्पति साकेत का कहना पुलिस और प्रशासन के संयुक्त अभियान का विरोध किया गया है। यह अभियान शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए था। इससे शहर के लोगों को ही लाभ होगा। हम पूर्व में व्यापारियों को विभिन्न माध्यमों से सूचित भी कर चुके हैं लेकिन फिर भी व्यापारी अपना अतिक्रमण नहीं हटा रहे थे इसलिए यह कार्यवाही शुरू की गई है। आगे भी यह कार्यवाही जारी रहेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/सौरभ भटनागर

   

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