लोकसभा चुनाव : छग में पहले चरण के मतदान के लिए तैयारी पूर्ण, 60 हजार जवान तैनात

रायपुर, 18 अप्रैल (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर सीट में 19 अप्रैल को मतदान होना है। जिसके लिए चुनाव आयोग ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने पत्रकारवार्ता में आज गुरुवार को चुनाव की तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बस्तर में होने वाले चुनाव के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए क्षेत्र के मतदाताओं से निष्पक्ष रूप से मतदान करने की अपील की है।

बस्तर लोकसभा क्षेत्र से कुल 11 उम्मीदवार अपनी सियासी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें से दो उम्मीदवारों ने निर्दलीय पर्चा भरा है। शुक्रवार को होने वाले मतदान के लिए क्षेत्र में कुल 1961 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

बस्तर में 300 कंपनियां तैनात

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कंगाले ने बताया कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 196 संवेदनशील मतदान केंद्र है, जिसकी सुरक्षा को लेकर चुनाव आयोग पूरी तरह सजग है। वहीं पूरे बस्तर में 300 कंपनियां तैनात की गई हैं। पिछले एक हफ्ते से 60 हजार जवान तैनात हैं।

मतदान के लिए यह समय निर्धारित

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र की अलग-अलग विधानसभाओं में मतदान के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है। बस्तर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कोंडागांव, नारायणपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। वहीं बस्तर विधानसभा क्षेत्र में सुबह सात बजे से दोपहर पांच बजे तक मतदान होगा। जगदलपुर के 72 मतदान केंद्रों में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक, जबकि 175 मतदान केंद्रों में सुबह सात बजे से दोपहर पांच बजे तक मतदान होगा।

2019 की तुलना में 6.84 प्रतिशत मतदाताओं की हुई वृद्धि

बस्तर लोकसभा सीट में कुल 14,72,207 मतदाता हैं। जिनमें 7,00,476 पुरुष, 7,71,679 महिला और 52 तृतीय लींग मतदाता हैं। पिछले 2019 लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां 6.84 प्रतिशत मतदाताओं की वृद्धि हुई है, पिछले चुनाव में यहां कुल 13,77,935 मतदाता थे। इस क्षेत्र में बनाए गए प्रति मतदान केंद्रों में औसतन मतदाताओं की संख्या 870 है। चुनाव आयोग के मुताबिक, पिछले लोकसभा चुनाव में बस्तर सीट में कुल 66.04 प्रतिशत मतदान हुआ था।

कुल 1961 मतदान केंद्र बनाए

क्षेत्र में कुल 1961 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें से 191 मतदान केंद्रों को संगवारी, 8 दिव्यांगजनों द्वारा संचालित, 36 युवाओं द्वारा संचालित और 42 मतदान केंद्रों को आदर्श मतदान केंद्र बनाया गया है. इसके अलावा कुल 219 मतदाताओं को घर-घर जाकर डाक मतपत्र द्वारा मतदान कराया गया है। जिनमें 135 मतदाता 85 वर्ष आयु से ज्यादा के हैं, जबकि 84 मतदाता दिव्यांग हैं। इसके साथ ही चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों के 2188 डाक मतपत्र भी प्राप्त हुए हैं।

क्रिटिकल मतदान केंद्रों को किया गया चिन्हित

बस्तर में पहले चरण के चुनाव के लिए 1961 मतदान केंद्रों में 7844 मतदान कर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 2000 कर्मियों को रिजर्व रखा गया है। दुर्गम एवं संवेदनशील इलाकों में स्थित कुल 156 मतदान केंद्र हैं। जिनमें तैनात 919 मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान केंद्रों तक पहुंचाया गया है। वहीं बाकी मतदान दल बस की मदद से पोलिंग बूथ तक पहुंच चुके हैं।

बस्तर लोकसभा क्षेत्र के 6 जिलों में कितने क्रिटिकल मतदान केंद्र?

बता दें कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 जिले हैं। बस्तर जिले में 43 क्रिटिकल और 40 वल्नरेबल मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सुकमा में 28 क्रिटिकल मतदान केंद्र, बीजापुर में 67 क्रिटिकल मतदान केंद्र, कोंडागांव में 3 क्रिटिकल मतदान केंद्र, नारायणपुर में 24 क्रिटिकल मतदान केंद्र बनाए गए हैं।वहीं दंतेवाड़ा में 31 क्रिटिकल मतदान केंद्र और 21 वल्नरेबल मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

12 दस्तावेज से कर सकेंगे मतदान

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने कहा कि अगर कोई वोटर फोटो पहचान पत्र नहीं दिखा पाता है तो भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उनके लिए 12 वैकल्पिक दस्तावेज भी तय किए गए है। ऐसे वोटर जो अपना फोटो पहचान पत्र प्रस्तुत नहीं कर पाते है, उन्हें अपनी पहचान बताने करने के लिए इन 12 वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करना होगा, जिसमें आधार कार्ड, मनरेगा जाब कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, केंद्र/राज्य सरकार/लोक उपक्रम/पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र के जरिए वोट कर सकेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ गेवेन्द्र

   

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