गवर्नर बनाम सांसद विवाद में नया मोड़, अब कल्याण ने राज्यपाल के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
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- Nov 19, 2025
कोलकाता, 19 नवम्बर (हि.स.)। तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनन्द बोस के बीच चल रहा टकराव बुधवार को और गहरा गया, जब सांसद ने हेयर स्ट्रीट थाने में राज्यपाल के खिलाफ जवाबी शिकायत दर्ज कराई। यह शिकायत उस प्राथमिकी के एक दिन बाद दर्ज हुई है, जिसे राज्यपाल की ओर से बनर्जी के खिलाफ उसी थाने में दर्ज कराया गया था।
सांसद ने अपने अधिवक्ताओं के माध्यम से दायर शिकायत में भारतीय न्याय संहिता की धारा 173 उपधारा एक के तहत जानकारी देते हुए राज्यपाल के खिलाफ कई धाराओं में कार्रवाई की मांग की है।
आरोप है कि राज्यपाल ने कुछ अज्ञात राजनीतिक रूप से प्रेरित व्यक्तियों के साथ मिलकर ऐसे बयान दिए, जो ‘‘विद्रोह भड़काने, विध्वंसक गतिविधियों को उकसाने’’ और ‘‘भारत की संप्रभुता तथा एकता को खतरे में डालने’’ की नीयत से किए गए थे।
सांसद की शिकायत राज्यपाल द्वारा दर्ज कराई गई उस प्राथमिकी के बाद आई है, जिसमें बनर्जी पर कई गैर-जमानती धाराएं लगाई गई थीं, जिनमें राष्ट्रपति या राज्यपाल को उनके वैध अधिकारों के प्रयोग से रोकने के इरादे से गलत रूप से बाधित करने या उन पर हमले से संबंधित धाराएं भी शामिल हैं।
राज्यपाल की शिकायत उस तलाशी अभियान के बाद दर्ज कराई गई थी, जो सांसद कल्याण बनर्जी के आरोपों के आधार पर राजभवन परिसर में हथियार और गोला-बारूद की संभावित मौजूदगी को लेकर चलाया गया था। तलाशी की लाइव स्ट्रीमिंग भी की गई, हालांकि राजभवन अधिकारियों ने बाद में स्पष्ट किया कि परिसर में कोई हथियार बरामद नहीं हुआ।
दूसरी ओर, बनर्जी ने अपनी शिकायत में राज्यपाल के विभिन्न ‘‘विवादास्पद सार्वजनिक बयानों’’ का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि राज्यपाल चुनाव प्रक्रिया में दखल दे रहे हैं और ‘‘किसी विशेष धार्मिक समुदाय को उकसाकर लोगों में वैमनस्य फैलाने’’ की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल पुलिस बल के खिलाफ ‘‘झूठे और राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोप’’ लगाकर जनता में भय का माहौल पैदा कर रहे हैं।
सांसद ने आरोप लगाया कि राज्यपाल ‘‘राजनीतिक गठबंधन’’ में शामिल हैं और ऐसे राजनीतिक नेताओं को शरण दे रहे हैं जो राज्य में हिंसा भड़काने की साजिश में शामिल हैं। उन्होंने मांग की कि पुलिस राज्यपाल और कथित आपराधिक व राजनीतिक तत्वों के बीच गुप्त संपर्कों, बैठकों और वार्ताओं की जांच करे और वास्तविक साजिशकर्ताओं का पता लगाए।
सांसद ने अपनी शिकायत में राजभवन सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का नाम भी शामिल किया है और जांच में उसकी भूमिका की पड़ताल करने की बात कही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गंगा



