इतिहास के पन्नों में 19 दिसंबरः देश का पहला चुनाव कराने वाले चुनाव आयुक्त का कार्यकाल हुआ पूरा

भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने वाले गुमनाम नायकों में एक हैं- सुकुमार सेन। आजादी के दो साल बाद मार्च 1950 में भारतीय चुनाव आयोग का गठन हुआ और सुकुमार सेन पहले मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किए गए। वर्ष 1899 में पैदा हुए सुकुमार सेन ने कलकत्ता (अब कोलकाता) के प्रेसिडेंसी कॉलेज और लंदन विश्वविद्यालय में पढ़ाई की। उन्हें लंदन विश्वविद्यालय में गणित विषय में स्वर्ण पदक मिला।

सुकुमार सेन 1921 में भारतीय सिविल सेवा के अधिकारी बने और बंगाल के कई जिलों में काम करने के बाद पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव के पद पर पहुंचे थे। यहां से उन्हें मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर दिल्ली लाया गया। वे 21 मार्च 1950 से लेकर 19 दिसम्बर 1958 तक मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर रहे। इस पद पर रहते उन्होंने भारतीय चुनाव प्रणाली को मजबूत कर चुनावी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया। उनके कार्यकाल में भारत में पहले आम चुनाव की प्रक्रिया पूरी हुई। जो स्वतंत्रता के बाद सबसे बड़े चुनाव थे। उनकी अगुवाई में पहला लोकसभा चुनाव 25 अक्टूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 के बीच व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। चुनाव कराने में दो साल लगे थे क्योंकि उस वक्त देश में कोई चुनावी ढांचा नहीं था।

सुकुमार सेन की देखरेख में हुए स्वतंत्र भारत के पहले आम चुनाव 1951 में मतदाताओं की संख्या 17 करोड़ से ज्यादा थी। इनमें से 85 फीसदी लोग पढ़े-लिखे नहीं थे। प्रत्याशियों ने 4,500 सीटों पर चुनाव लड़ा,जिनमें से 489 सीटें लोकसभा चुनाव की और बाकी राज्यों के विधानसभा की थीं। चुनाव के लिए देशभर में 2,24,000 मतदान केंद्र बने और 56,000 अधिकारियों की तैनाती हुई। छह महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर 16,500 क्लर्कों को चुनाव के लिए नियुक्त किया गया। स्टील के 20 लाख से ज्यादा बक्से बनाए गए। उस वक्त चुनाव बैलेट पेपर के जरिये हुआ था। स्टील के बक्से बनाने में 8200 टन स्टील लगा।

सुकुमार सेन के इस योगदान को भारतीय राजनीति में अहम माना जाता है। उनके मार्गदर्शन में भारत का चुनाव आयोग विश्वभर में एक आदर्श के रूप में स्थापित हुआ। इनकी कुशल कार्यशैली के लिए भारत सरकार ने उन्हें साल 1954 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था।

अन्य अहम घटनाएंः

2012- पार्क ग्युन हे दक्षिण कोरिया की पहली महिला राष्ट्रपति चुनी गईं। हालांकि, 2017 में उन्हें भ्रष्टाचार के चलते पद से हटा दिया गया। उन्हें 25 साल की सजा सुनाई गई।

2008- केनरा बैंक, एचडीएफसी व बैंक ऑफ़ राजस्थान ने आवास ऋण सस्ता करने की घोषणा की।

2007- टाइम पत्रिका ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को पर्सन आफ़ द ईयर के ख़िताब से नवाजा।

2006- शैलजा आचार्य को नेपाल ने अपना भारत में नया राजदूत नियुक्त किया।

2005- अफ़ग़ानिस्तान में तीन दशक बाद लोकतांत्रिक पद्धति से चुनी गयी देश की पहली संसद की पहली बैठक आयोजित।

2003- संयुक्त राज्य अमेरिका ने कश्मीर समस्या को संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के तहत हल करने की पाकिस्तान की मांग छोड़ने का स्वागत किया।

2000- आस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को हराकर लगातार 13वां टेस्ट मैच जीता।

1999- 443 वर्षों तक पुर्तग़ाली उपनिवेश में रहने के बाद मकाऊ का चीन को हस्तांतरण।

1998- अमर्त्य सेन को बांग्लादेश ने मानद नागरिकता से नवाजा।

1998- अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव ने उस वक्त के राष्ट्रपति बिल क्लिंटन पर महाभियोग लगाया। हालांकि, उच्च सदन सीनेट से उन्हें बरी कर दिया गया।

1997- इतिहास में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक टाइटैनिक रिलीज हुई। फिल्म में लियोनार्डो डि कैप्रियो और केट विंसलेट मुख्य भूमिका में थे।

1961- गोवा को पुर्तग़ाल की गुलामी से आजादी मिली। ऑपरेशन विजय के तहत भारतीय सैनिकों ने गोवा,दमन और दीव को पुर्तग़ाल से मुक्त कराया।

1958- सुकुमार सेन भारतीय गणराज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त/मुख्य चुनाव आयुक्त पद से रिटायर हुए।

1941- जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर ने सेना की कमान अपने हाथ में ले ली और जर्मन सेना का कमांडर इन चीफ बना।

1927- महान स्वतन्त्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल,अशफाक उल्ला ख़ां और रोशन सिंह को अंग्रेजों ने फाँसी दी।

1919- अमेरिका में मौसम विज्ञान सोसायटी की स्थापना हुई।

1842- अमेरिका ने हवाई को प्रांत के रूप में मान्यता दी।

1154- किंग हेनरी द्वितीय इंग्लैंड के सम्राट बने।

जन्म

1980- जमुना टुडू- पद्मश्री से सम्मानित वृक्षों की रक्षा हेतु समर्पित महिला हैं।

1974- रिकी पोंटिंग‎- ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट खिलाड़ी एवं कप्तान।

1969- नयन मोंगिया- पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं।

1951- रतन लाल कटारिया - भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ राजनीतिज्ञों में से एक।

1937- जी.बी. पटनायक - भारत के भूतपूर्व 32वें मुख्य न्यायाधीश रहे हैं।

1934- प्रतिभा देवी सिंह पाटिल- भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति।

1919- ओम प्रकाश- भारतीय सिनेमा के प्रसिद्ध चरित्र अभिनेता थे।

1915- मैरेम्बम कोइरंग सिंह - भारतीय राज्य मणिपुर के प्रथम मुख्यमंत्री थे।

1899- मानवाधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले अमेरिकी नेता मार्टिन लूथर किंग सीनियर।

1884- राम नारायण सिंह - प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता, स्वतंत्रता सेनानी और हजारीबाग के राजनेता थे।

1873- उपेन्द्रनाथ ब्रह्मचारी - भारतीय वैज्ञानिक एवं अपने समय के अग्रगण्य चिकित्सक थे।

निधन

2016- अनुपम मिश्र - लेखक और गाँधीवादी पर्यावरणविद् थे।

2002- बाबूभाई पटेल - जनता पार्टी के राजनीतिज्ञों में से एक थे, जो गुजरात के भूतपूर्व मुख्यमंत्री थे।

1927- अशफ़ाक़ उल्ला ख़ाँ - भारत के सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी।

1927- ठाकुर रोशन सिंह- भारत की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाले क्रांतिकारियों में से एक।

1988- उमाशंकर जोशी- ज्ञानपीठ पुरस्कार सम्मानित और प्रसिद्ध गुजराती साहित्यकार।

1860- लार्ड डलहौजी- 1848 से 1856 तक भारत के गवर्नर जनरल रहे।

महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

गोवा मुक्ति दिवस

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव पाश

   

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