जिला चिकित्सालय गोपेश्वर को कायाकल्प का प्रथम पुरस्कार

गोपेश्वर, 23 सितम्बर (हि.स.)। चमोली जिले के जिला अस्पताल गोपेश्वर को कायापल्प के लिए प्रथम स्थान मिला है। यह पुरस्कार दो अक्टूबर को दिया जाएगा।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री की ओर से दो अक्टूबर 2014 से स्वच्छ भारत अभियान सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता पर केंद्रित करते हुए अस्पतालों को यह पुरस्कार शुरू किया गया है। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुराग धनिक ने बताया कि कायाकल्प पुरस्कार के चयन के लिए चिकित्सालय का तीन चरणों में मूल्यांकन किया जाता हैं। चिकित्सालय के गुणवत्ता टीम की ओर से आंतरिक मूल्यांकन उसके बाद अन्य जनपदों के गुणवत्ता टीम तथा अंतिम मूल्यांकन राज्य स्तर की ओर से गठित गुणवत्ता मूल्यांकन टीम करती है।

उन्होंने बताया कि पुरस्कार के लिए जो मानक बनाए गए है उनमें सुविधा का रखरखाव, स्वच्छता और स्वास्थ्यवर्धक वातावरण, अपशिष्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, सहायक सेवाएं, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता को बढ़ावा देना, चिकित्सालय परिसर एवं बाहरी दीवार की स्वच्छता और पर्यावरण अनुकूल सुविधा शामिल है। इन सभी मानकों पर खरा उतरते हुए वर्ष 2024-25 में जिला चिकित्सालय गोपेश्वर को पूरे राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है और इसके लिए चिकित्सालय को 50 लाख रूपये कि धनराशि पुरस्कार स्वरुप प्रदान की जाएगी। चमोली जिले के लिए गर्व की बात है। इससे पूर्व भी वित्तीय वर्ष 2016-17 में जिला चिकित्सालय को यह पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।

हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल

   

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