हरियाणा भारत के आर्थिक विकास का एक प्रमुख इंजन साबित हो रहा हैः  राव नरबीर सिंह

नई दिल्ली, 17 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा है कि इस बार अन्तरराष्ट्रीय व्यापार मेले का थीम विकसित भारत 2047 रखा गया है और हरियाणा मंडप में राज्य विकसित भारत' से कदमताल करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को धरातल पर उतारने का काम कर रहा है क्योंकि हरियाणा आशाओं और अवसरों की घरा है तथा हरियाणा की गिनती देश के सम्पन्न राज्यों में होती है। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि विकसित भारत-विकसित हरियाणा की दिशा में हमारे ये निरंतर प्रयास देश को समृद्धि और सशक्तिकरण की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

राव नरबीर सिंह भारत अन्तरराष्ट्रीय व्यापार मेला, भारत मंडपम, नई दिल्ली में हरियाणा राज्य दिवस समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर हरियाणा व्यापार मेला प्राधिकरण के प्रशासक श्यामल मिश्रा, हरियाणा व्यापार मेला प्राधिकरण के अधिकारी अनिल चौधरी, आर्ट अधिकारी हृदय कौशल, कल्चर अधिकारी तान्या सिंह व रेणु हुड्डा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। हरियाणा राज्य दिवस समारोह में प्रदीप पुनिया और अमित सैनी रोहतकिया आदि कलाकारों ने विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम भी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए गए और दर्शकों ने तालियां बजा कर कलाकारों को प्रोत्साहित भी किया।

उन्होंने कहा कि हरियाणा ऑटो मोबाइल, आईटी और अन्य उद्योगों का बड़ा केन्द्र है। यहां अति उत्तम संचार सुविधाओं, विकसित औद्योगिक संपदाओं, चमचमाते बौड़े राजमार्गों, एक्सप्रेसवे रेल मागों व मैट्रो रेल का जाल बिछ चुका है। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश के क्षेत्रफल का मात्र 1.34 प्रतिशत और जनसंख्या का 2.09 प्रतिशत है लेकिन इसके बावजूद हमारा छोटा सा राज्य भारत के आर्थिक विकास का एक प्रमुख इंजन साबित हो रहा है। आज देश की सड़कों पर दौड़ने वाली हर दूसरी कार हरियाणा में बनती है। देश के 52 प्रतिशत ट्रैक्टरों का निर्माण भी यहीं पर होता है। उन्होंने कहा कि भारत के समग्र विकास में हरियाणा की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस समय जब देश संसार की बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा है, तो हरियाणा इसमें अपना अधिकतम योगदान कर रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर जिला किसी न किसी राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा हुआ है। पिछले 10 वर्षों में प्रदेश में 40 हजार करोड़ रुपये की लागत से 1350 किलोमीटर लंबे नए राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण किया गया है। राज्य का हर गांव बिजली की रोशनी से जगमगा रहा है। पेयजल और सिंचाई के लिए पर्याप्त नहरें व अन्य साधन उपलब्ध हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी यहां आधुनिक शिक्षा के हर संकाय और विषय की शिक्षा देने के लिए अनेक विश्वस्तरीय शिक्षण संस्थान खुल चुके हैं। मंत्री ने कहा कि हरियाणा के लोक गीतों एवं राम-रानियों में प्रदेश के लोगों की धर्म परायणता एवं चावनता की झलक मिलती है। यहां की लोक कलाओं और लोक नृत्यों में यहां की गौरवशाली संस्कृति, महान परम्पराएं तथा प्रेरक संदेश समाये हुए हैं। यहां आयोजित किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में आपको न केवल हरियाणा की इस समृद्ध विरासत की झलक देखने को मिलेगी, बल्कि आप भी इससे कहीं न कहीं जुड़ाव व लगाव भी महसूस करेंगे।

राव नरबीर सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में प्रदेश में विकास के जो नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं, समाज कल्याण की, गरीबों के उत्थान की और अंत्योदय को हासिल करने की, जो स्कीमें शुरू की हैं हम उनको तीव्र गति प्रदान करेंगे। हरियाणा में उद्योग और व्यापार के फलने-फूलने के अनुकूल माहौल पैदा किया है। हम प्रदेश के हर क्षेत्र में उद्योग लगा रहे हैं। हमने हरियाणा को विदेशी और घरेलू निवेशकों का पसंदीदा स्थल बनाने के लिए आकर्षक नीतियां बनाई है ताकि नए उद्योगों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा उद्योगों को लॉजिस्टिक सुविधा देने में देश में दूसरे तथा उत्तर भारत में पहले स्थान पर है। विश्व की 400 फॉरच्यून कंपनियों के कार्यालय हरियाणा के गुरुग्राम में स्थित हैं। इसी प्रकार, केन्द्रीय खाद्यान्न भण्डार में योगदान देने में हरियाणा का दूसरा स्थान है। ओलंपिक व अन्य अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में हरियाणा सर्वाधिक पदक जीतने वाला राज्य है।

उन्होंने कहा कि खरखौदा के निकट लगभग 3,300 एकड़ भूमि पर अत्याधुनिक औद्योगिक एवं वाणिज्यिक टाउनशिप तथा सोहना में 1400 एकड़ में आईएमटी विकसित किया जा रहा है। खरखौदा में मारुति का नया प्लांट लगने जा रहा है, जो जल्द ही शुरू हो जाएगा। एनसीआर क्षेत्र को लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। मौजूदा उद्योगों का भी विस्तार करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं। MSME उद्योगों को बढ़ावा देकर रोजगार और उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। आईटी और बीपीओ उद्योग को बढ़ावा देने के लिए गुरुग्राम व फरीदाबाद जैसे शहरों को आईटी हब के रूप मेंऔर अधिक मजबूत बनाया जा रहा है। शिक्षा के स्तर को बढ़ाकर कुशल मानव संसाधन तैयार किया जा रहा है, ताकि उद्योगों की जरूरत के अनुसार कार्यबल तैयार किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकारी प्रक्रियाओं को सरल बनाकर व्यापार को भी आसान बनाया है। नवाचार को बढ़ावा देने के लिए हमने स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित किया है। पिछले 10 वर्षों में प्रदेश में लगभग 6 हजार नए स्टार्टअप्स स्थापित हुए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा

   

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