ओसाका के वर्ल्ड एक्सपो के शीर्ष मंडपों में शामिल भारत मंडप, आईजीएनसीए ने किया तैयार

नई दिल्ली, 7 जून (हि.स.)। जापान के ओसाका में चल रहे वर्ल्ड एक्सपो में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) द्वारा क्यूरेट किया गया ‘भारत मंडप’ सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में उभर कर सामने आया है। इसने शीर्ष पांच मंडपों में जगह बनाई है। जापान ट्रैवल ब्यूरो (टीबी) के प्रतिनिधि और डिप्टी पेवेलियन डायरेक्टर यामामोटो-सान द्वारा की गई समीक्षा के अनुसार, भारत के मंडप को एक्सपो में अमेरिका, इटली, जापान और फ्रांस के साथ शीर्ष पांच मंडपों में स्थान दिया गया है। वर्ल्ड एक्सपो में मौजूद मंडपों की यह श्रेणी एक्सपो अधिकारियों, आम जनता और जापानी सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से इनपुट के आधार पर बनाई गयी है।

ओसाका वर्ल्ड एक्सपो में भारत की भागीदारी की प्रगति के बारे में आईजीएनसीए के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने शनिवार को यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्व एक्सपो, 2025 में भारत पैवेलियन देश की प्राचीन ज्ञान परन्परा, आधुनिक आकांक्षाओं और वैश्विक भागीदारी का प्रमाण है। रणनीतिक रूप से ‘कनेक्टिंग लाइव्स जोन’ में स्थित यह पैवेलियन भारत की सभ्यतागत गहराई के साथ-साथ इसकी तकनीकी उन्नति और चिरस्थायी विकास के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।

सही मायनों में भारत मंडप न केवल एक सांस्कृतिक प्रदर्शनी स्थल बन गया है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक कूटनीति यानी सॉफ्ट पावर का एक सशक्त माध्यम भी है, जो दुनिया के लोगों को भारत की विविधता, समृद्धि और नवाचार से परिचित कराता है।

उन्होंने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय द्वारा संस्कृति मंत्रालय के मार्गदर्शन में की जा रही इस पहल को ‘इंडिया ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गनाइजेशन’ (आईटीपीओ) और आईजीएनसीए के संस्थागत सहयोग से साकार किया जा रहा है। मंडप की रचनात्मक दृष्टि और गूढ़ सांस्कृतिक डिजाइन को आईजीएनसीए ने बहुत ही कम समय में क्रियान्वित किया है, जो न केवल संस्थागत दक्षता, बल्कि गहन सांस्कृतिक संवेदनशीलता को भी दर्शाता है।

देर से जगह के आवंटन के बावजूद आईजीएनसीए की टीम ने जापानी अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए भारत मंडप में देश के सभ्यतागत मूल्यों की सूक्ष्मता को दर्शाते हुए एक गतिशील और व्यापक सांस्कृतिक अनुभव प्रदान किया, जिसे अब वैश्विक मंचों पर व्यापक रूप से सराहा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि भारत मंडप में नवाचार (इनोवेशन), विरासत, आयुर्वेद, इसरो और सतत विकास को समर्पित विभिन्न सेक्शन शामिल हैं, जो भारत की भूमिगत संपदाओं से लेकर अंतरिक्ष तक की यात्रा का बखूबी चित्रण करते हैं। यह मंडप अतीत का सम्मान करते हुए भविष्य की संभावनाओं को भी दर्शाता है।

सीमित प्रवेश और लंबी कतारों वाले मंडपों के विपरीत भारत पैवेलियन में बहुत कम इंतजार के बाद एक निर्बाध अनुभव प्राप्त होता है, जिससे मेहमान अपनी सुविधा के साथ पेवेलियन का अवलोकन कर सकते हैं। इसके शानदार प्रदर्शन, प्रामाणिक भारतीय व्यंजन और इंटरैक्टिव सांस्कृतिक तत्व, जैसे- गरबा डांस वर्कशॉप, पारम्परिक परिधान प्रदर्शन और एक भारतीय आचार्य द्वारा लाइव योग सत्र उत्साही भीड़ को आकर्षित कर रहे हैं। बच्चे और परिवार विशेष रूप से इस जीवंत प्रदर्शनी का आनंद ले रहे हैं।

डॉ. जोशी ने कहा कि भारत पैवेलियन एक लोकप्रिय सांस्कृतिक गंतव्य बन गया है, जिसमें परम्परा की गर्मजोशी, रचनात्मकता और सुलभता तीनों का सुंदर मेल है और इन्हीं वजहों से इसकी सराहना हो रही है।

थीम और सांस्कृतिक दर्शन

अजंता की गुफाओं से प्रेरित करुणा के अवतार पद्मपाणि बोधिसत्व की छवि को भारत मंडप के केंद्र में रखा गया है। यह आधुनिक स्टोरीटेलिंग के साथ आध्यात्मिक सौंदर्य का संगम प्रतीत होता है। आईजीएनसीए ने ‘नील कमल अग्रभाग’, ‘बोधिवृक्ष स्थापना’ और ‘बहती जलधारा’ जैसे प्रतीकों के माध्यम से भारत की सनातन विचारधारा को आधुनिक वैश्विक संदर्भों में प्रस्तुत किया है, जो आगंतुकों को भारत के करुणा, परस्पर संबद्धता, गतिशीलता और बदलाव के शाश्वत संदेश का दर्शन कराते हैं।

शांति से परिपूर्ण कमल प्रांगण से लेकर गतिशील एकात्मकता लाउंज तक, मंडप उपनिषदों के ज्ञान ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ अर्थात् विश्व एक परिवार है की भावना को दर्शाता है। यह अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों को भारत की जीवंत विरासत के साथ एक सार्थक मुलाकात कराता है, जो समावेशिता, संवाद और आध्यात्मिक सद्भाव को रेखांकित करता है।

डॉ. जोशी ने कहा कि भारत का प्रतिनिधित्व करने का अर्थ है विचार, करुणा और उपलब्धियों की विरासत को आगे बढ़ाना। यह मंडप महज एक संरचना नहीं है, बल्कि यह एक जीवंत अनुभव है, जहां परम्परा नवाचार के साथ प्रवाहित होती है और विश्व को भारत की शाश्वत आत्मा की प्रतिध्वनि सुनाई देती है।

गौरतलब है कि ओसाका वर्ल्ड एक्सपो जिसे आधिकारिक रूप से ‘एक्सपो 2025 ओसाका, कंसाई, जापान’ नाम दिया गया है, एक वैश्विक प्रदर्शनी है। यह 13 अप्रैल से 13 अक्टूबर 2025 तक जापान के ओसाका शहर में आयोजित हो रही है। इसका मुख्य विषय है- ‘डिजाइनिंग फ्यूचर सोसाइटी फॉर अवर लाइव्स’ (हमारे जीवन के लिए भावी समाज की अभिकल्पना)। इस आयोजन में 160 से अधिक देश और 9 अंतरराष्ट्रीय संगठन भाग ले रहे हैं। इसमें करीब 2 करोड़ 80 लाख लोगों के आने की उम्मीद है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी

   

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