-ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में संविधान संग्रहालय
के उद्घाटन अवसर पर किया संबोधित
-कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम
मेघवाल ने भी किया संबोधित
सोनीपत, 23 नवंबर (हि.स.)। लोकसभा
अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय संविधान को दुनिया का मार्गदर्शक बताते हुए कहा कि यह हमारी
राष्ट्रीय गौरवशाली विरासत है। शनिवार को ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में संविधान
संग्रहालय के उद्घाटन के दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान कानूनी दस्तावेज होने
के साथ साथ सामाजिक परिवर्तन का माध्यम भी है।
उन्होंने
कहा कि संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाएगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से
2015 में आरंभ हुआ। यह दिवस सभी शिक्षण संस्थानों में विशेष कार्यक्रमों के माध्यम
से संविधान के प्रति जागरूकता बढ़ाने का अवसर है। श्री बिरला ने संविधान संग्रहालय
को नई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया और कहा कि यह देश के लोकतांत्रिक मूल्यों
को सुदृढ़ करने में सहायक होगा।
श्री
बिरला ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को याद करते हुए कहा कि पूरी दुनिया
गांधी जी के आदर्शों को अपना रही है। उन्होंने कहा कि संविधान ने समानता की नींव रखी,
और यह वसुधैव कुटुंबकम की भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाता है। उन्होंने इस संग्रहालय
के निर्माण के लिए सांसद और विश्वविद्यालय के कुलपति नवीन जिंदल का आभार व्यक्त किया।
केंद्रीय
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने संविधान को स्वतंत्रता, एकता, और समाजवाद का प्रतीक
बताया। उन्होंने भारत को मदर ऑफ डेमोक्रेसी बताते हुए कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं
ने समानता और स्वतंत्रता के विचारों को प्राथमिकता दी। उन्होंने संग्रहालय निर्माण
के लिए विश्वविद्यालय की सराहना की।
सांसद
नवीन जिंदल ने कहा कि भारतीय संविधान ने देश को लोकतांत्रिक मूल्य प्रदान किए हैं।
संग्रहालय संविधान निर्माण, उसके विकास और देश के विकास में इसकी भूमिका को प्रदर्शित
करेगा। विश्वविद्यालय परिसर में चार दिवसीय सेमिनार का आयोजन भी किया गया है। इस अवसर
पर भाजपा जिला अध्यक्ष जसवीर दोदवा, उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार, डीसीपी ईस्ट परवीना पी.
और विश्वविद्यालय के कुलपति सी. राजकुमार सहित कई अन्य भी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र परवाना