KISHTWAR TERRORISTS ATTACK किश्तवाड़ में विलेज डिफेंस गार्ड जवानों के शव बरामद, आतंकियों ने बेरहमी से हत्या के बाद दहशत फैलाने के इरादे से परिजनों को भेजी थी फोटो
- editor i editor
- Nov 08, 2024

KISHTWAR TERRORISTS ATTACK पीटीआई, किश्तवाड़/। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में दो विलेज डिफेंस गार्डों (VDG) की आतंकियों ने अपहरण के बाद हत्या कर दी। इस बाबत अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में शुक्रवार को बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों द्वारा मारे गए दो विलेज डिफेंस गार्डों (वीडीजी) के शव एक नाले के पास मिले हैं हत्याओं के लिए जिम्मेदार आतंकियों का पता लगाने के लिए किश्तवाड़ में बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान भी चल रहा है। अधिकारियों के अनुसार, किश्तवाड़ जिले के ऊंचे इलाकों में अपहरण के बाद गुरुवार को आतंकवादियों ने दो वीडीजी की हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वीडीजी के शव केशवान बेल्ट के पोंडगवारी इलाके में एक नाले के पास पड़े मिले। पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ओर से घने जंगल में संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया है।
इस हत्याकांड की निंदा एलजी मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने की है। अधिकारियों ने बताया कि अभियान कुंतवाड़ा, ओहली और मुंजला धार पहाड़ी इलाकों में केंद्रित है और आज सुबह ही अतिरिक्त बल भेजा गया है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने ड्रोन और खोजी कुत्तों को तैनात करते हुए प्रयास तेज कर दिए हैं। आज सुबह एक हेलीकॉप्टर जंगल के ऊपर मंडराता हुआ देखा गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि ओहली-कुंटवाड़ा के 02 वीडीजी सदस्य नजीर अहमद और कुलदीप कुमार मवेशी चराते समय ऊपरी इलाकों में लापता हो गए
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में उनके शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं और परिवार के सदस्यों ने उनकी पहचान की पुष्टि की है। अधिकारियों ने बताया कि अहमद और कुमार अधवारी के मुंजला धार जंगल में मवेशी चराने गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे।
परिवार के सदस्यों के कहा - वह गांव का रक्षक था
आतंकवादियों द्वारा उनके अपहरण और उसके बाद हत्या की खबरों के बीच पुलिस की टीमें उन्हें खोजने के लिए फैल गईं। कुमार के भाई पृथ्वी ने पीटीआई को बताया कि मेरे भाई और नजीर को आतंकवादियों ने अगवा कर लिया और उनकी हत्या कर दी। वे गांव के रक्षक थे और हमेशा की तरह मवेशी चराने गए थे।
उन्होंने कहा कि परिवार गहरे सदमे में है क्योंकि कुमार की हत्या उनके पिता अमर चंद की एक सप्ताह पहले ही हुई मौत के बाद हुई है। नाम न बताने की शर्त पर एक स्थानीय सूत्र ने बताया कि गांव को हत्याओं के बारे में तब पता चला जब आतंकवादियों ने पीड़ितों के फोन का इस्तेमाल करके उनकी हत्या की तस्वीरें साझा कीं। वो समय और तस्वीरें परिवारजनों के लिए कितनी भयावह हो सकती हैं इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं
जैश-ए-मोहम्मद के कश्मीर टाइगर्स ग्रुप ने ली हत्याओं की जिम्मेदारी
पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद की शाखा कश्मीर टाइगर्स ने हत्याओं की जिम्मेदारी ली और पीड़ितों की आंखों पर पट्टी बंधी तस्वीरें साझा कीं।
जम्मू के क्षेत्रों में बढ़ गई आतंकी वारदातें किश्तवाड़ के साथ-साथ जम्मू क्षेत्र के अन्य जिलों जैसे राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, डोडा और कठुआ में इस साल आतंकवादी हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है जिसका श्रेय सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा पार के आकाओं द्वारा अन्यथा शांतिपूर्ण क्षेत्र में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के प्रयासों को दिया है।
इस बीच, शुक्रवार को किश्तवाड़ के विभिन्न इलाकों में लोगों ने हत्याओं के विरोध में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय लोगों में विश्वास बहाल करने के लिए हत्याओं में शामिल आतंकवादियों को तुरंत खत्म करने की मांग की। सैकड़ों लोग इलाके में एकत्र हुए, टायर जलाए और सड़कें जाम कीं और इन घटनाओं पर रोष जताया