मायानगर आवासीय सोसायटी घोटाला : विशेष जांच दल सोसायटी के रिकॉर्ड जब्त करने में जुटे

एसआईटी की जांच के बाद होगा अरबों की जमीनों की बंदरबांट का खुलासा

मुरादाबाद, 21 नवम्बर (हि.स.)। मुरादाबाद के चर्चित अरबों रुपये के भूमि घोटाले के मामले में मायानगर आवासीय सोसायटी की जमीनों की ऑडिट के बीच विशेष जांच दल (एसआईटी) सोसायटी के रिकॉर्ड जब्त करने में जुट गया है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि किस प्रकार मायानगर आवासीय सोसायटी से जुड़े लोगों ने अरबों की जमीनों की बंदरबांट की है। अपर जिला अधिकारी प्रशासन संगीता गौतम ने बताया कि साक्ष्य जुटाने के बाद आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

डीएम की तरफ से गठित एसआईटी अपर जिला अधिकारी प्रशासन संगीता गौतम की देखरेख में अभी मायानगर आवासीय सोसायटी की जमीनों की ऑडिट कर रही है। इस कार्य में लगे लेखपालों को भी जमीन का मालिकाना हक ढूंढने में मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। समीक्षा बैठक के बाद पता चलेगा कि मायानगर आवासीय सोसायटी की कितनी जमीनों की ऑडिट की गई है और कितने लोगों के मालिकाना हक बदल गए हैं। आरोप है कि समिति के सदस्यों को बदलकर जमीन की हेराफेरी की है। पैसा जमा करने बावजूद 85 से अधिक असली आवंटियों को जमीनें नहीं मिली है। अभी एडीएम ने एसआईटी की बैठक नहीं ली है।

समिति की जमीन और फ्लैट की बिक्री पर एक माह पहले एआईजी स्टाम्प ने रोक लगा दी थी। एआईजी निबंधन (स्टाम्प एवं पंजीयन) को लिखे गए पत्र में अपर आवास आयुक्त ने बताया था कि मायानगर आवासीय सोसायटी के भूखंडों और फ्लैट सहित अन्य संपत्तियों की फर्जी अभिलेखों के आधार पर खरीद-बिक्री की गई है। भूमि के वास्तविक स्वरूप को बदलकर अवैध ढंग से फैक्टरियां संचालित करा दी गईं।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल

   

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