नारनौलः किसानों और डेयरी उत्पादकों को दूध प्रसंस्करण के बारे में किया जागरूक 

नारनाैल, 26 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा पशु विज्ञान केंद्र रिवासा में राष्ट्रीय दूध दिवस के अवसर पर मंगलवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डेयरी विशेषज्ञ डॉ. योगेंद्र सिंह यादव ने दूध प्रसंस्करण के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। किसानों और डेयरी उत्पादकों को दूध प्रसंस्करण के बारे में जागरूक किया।

डॉ. योगेंद्र सिंह यादव ने कहा कि इस वर्ष का राष्ट्रीय दूध दिवस का विषय दूध से स्वस्थ समाज रखा गया है। इस विषय का उद्देश्य दूध के महत्व को और अधिक बढ़ावा देना है। दूध एक संपूर्ण आहार है, जो शरीर के लिए आवश्यक सभी प्रमुख पोषक तत्वों को प्रदान करता है। राष्ट्रीय दूध दिवस को मनाने मनाने का मुख्य उद्देश्य भारत में उद्देश्य दूध के स्वास्थ्य लाभों को समझाना और डेयरी उद्योग को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है और दूध के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाने के लिए इस दिन को समर्पित किया गया है।

डॉ. योगेंद्र सिंह ने दूध का संग्रहण और उसकी शुद्धता, पर बल देते हुए उन्होंने दूध संग्रहण की सही विधि, पाश्चुरीकरण की प्रक्रिया, विभिन्न डेयरी उत्पादों जैसे पनीर, दही, घी, और मावा के निर्माण की प्रक्रिया, पोषक तत्व, डेयरी उत्पादों की पैकेजिंग और वितरण की प्रक्रिया पर विशेष रूप से चर्चा की तथा दूध प्रसंस्करण उद्योग में आने वाली चुनौतियों का उल्लेख किया। इस मौके पर किसानों और डेयरी उत्पादकों को दूध प्रसंस्करण के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें यह बताया गया कि कैसे वे अपने डेयरी उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार कर व्यवसाय को लाभकारी बना सकते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला

   

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