गो अन्नकूट में गोवंश को खिलाई एक हजार किलो सब्जियां एवं फल, अनूठे आयोजन के बने साक्षी
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- Oct 26, 2025
चित्तौड़गढ़, 26 अक्टूबर (हि.स.)। चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर रविवार को एक अनूठा आयोजन किया गया। गोवंश के लिए अन्नकूट हुआ और बड़ी संख्या में लोग इसके साक्षी बने। यहां गोवंश के लिए एक हजार किलो हरी सब्जियां गोवंश को खिला कर गो अन्नकूट मनाया। जिले में कई गोशालाएं हैं, लेकिन में यह अनूठा आयोजन गांधीनगर स्थित गोशाला में ही देखने को मिला।
आयोजन समिति से जुड़े दीपक राजोरा ने बताया कि गोसेवा को लेकर यह अनूठा आयोजन राजस्थान में भी दूसरी बार चित्तौड़गढ़ की गांधीनगर गोशाला में हुआ है। एक ही युक्ति-प्लास्टिक से हो मुक्ति के संदेश के साथ कार्तिक मास की लाभ पंचमी के कृष्ण गोपाल गोशाला में महोत्सव मनाया। इसमें गोशाला प्रांगण में विभिन्न प्रकार की 1000 किलो सब्जियों के साथ, फल व ड्राई फ्रूट से आकर्षक रंगोली तैयार की गई। इसे बड़े ही ठाठ बाट से गोशाला की गायों को अन्नकूट स्वरूप खिलाया गया। इसके साथ ही प्लास्टिक की पॉलीथीन को खाने से गोवंश की मृत्यु व प्लास्टिक का सही नियोजन हो इस पर आधारित झांकी बनाई, जो आकर्षण का केंद्र बनी। राजोरा ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत संत विनोदचंद्र यति महाराज की और से गो पूजन किया। संत ने गोवंश को पंच मेवा, गुड, चंवला, चावल खिला कर की गई। मौसमी बीमारियों से गोवंश का बचाव, उन्हें स्वस्थ आहार मिले एवं प्लास्टिक की थैलियों को गोवंश खाने से बचे इस उद्देश्य के साथ गोशाला की गायों को सब्जियों से सुसज्जित रंगोली को अन्नकूट स्वरूप उन्हें खिलाया गया। आयोजन समिति के गोविंद ईनाणी ने बताया कि गो अन्नकूट की शुरुआत राजस्थान में पहली बार चित्तौड़गढ़ जिले में वर्ष 2024 में चालीस दिवसीय संकल्प के पूर्ण होने पर की गई थी। इस वर्ष का गो अन्नकूट आयोजन भी बड़े ही धूमधाम से हुआ। इसमें मयुर जीनगर, महावीर पोखरना, गोपाल न्याति, हेमराज कालाणी, हरीश वेद आदि का सहयोग रहा।
अभियान की भी हुई शुरुआतत
राजोरा ने बताया कि इस आयोजन के साथ ही घर बैठे गोसेवा अभियान की शुरुआत की गई। इसमें प्लास्टिक की पॉलीथीन में कचरा भर कर बाहर नहीं फेंकना, गोवंश को प्लास्टिक खाने से बचाना, तथा प्लास्टिक का सही नियोजन करना, जिससे गोवंश स्वस्थ रहेगा और शहर भी साफ सुथरा रहेगा। कार्यक्रम से जुड़े केशव कालाणी ने बताया की गो अन्नकूट से पूर्व गोशाला में पंच दिवसीय दीपोत्सव कार्यक्रम गोसेवा में त्योहार खुशियों का नया आधार के तहत किया गया इसमें गोशाला की गायों को मेंहदी लगा, दीप जला कर रोशनी की गई जो धनतेरस से शुरू होकर दीपावली तक चला। इसके पूर्ण होने पर गो अन्नकूट का आयोजन रखा गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल



