तृणमूल में शामिल होने के लिए संदेशखाली की मम्पी दास को धमका रही है पुलिस, शुभेंदु अधिकारी का दावा

संदेशखाली, 19 जून (हि. स.)। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार को दावा किया कि संदेशखाली की प्रतिवादी मम्पी दास को पुलिस तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के लिए धमका रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि संदेशखाली थाने के ओसी बलाई घोष ने मम्पी देवी को फोन करके गाली दी है, क्योंकि वह दबाव में आकर काम नहीं कर रही थीं।

इस संबंध में उन्होंने गुरुवार को मम्पी दास का एक वीडियो बयान अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा संदेशखाली में शेख शाहजहां के आपराधिक साम्राज्य के खिलाफ आवाज उठाने वाली प्रदर्शनकारी माताओं और बहनों में से एक बहन पियाली दास (मम्पी) को पिछले कुछ दिनों से तृणमूल द्वारा विभिन्न तरीकों से अपनी पार्टी में शामिल करने का प्रयास किया जा रहा था। जब पियाली दास उस प्रलोभन में नहीं आईं, तो बाद में पुलिस ने उन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब वह नहीं मानीं, तो संदेशखली पुलिस स्टेशन के ओसी बोलाई घोष ने पियाली दास को व्हाट्सएप पर कॉल किया और उन्हें अभद्र भाषा में गालियां दीं, उन्हें धमकाते हुए कहा कि बात न मानने की कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी। संदेशखली ओसी बोलाई घोष ने स्थानीय ग्रामीण पुलिसकर्मी विश्वजीत दास के फोन के व्हाट्सएप का उपयोग करके ये सभी धमकियां दीं ताकि उनके खिलाफ कोई सीधा सबूत न रहे।

संदेशखाली की प्रदर्शनकारी बहन पियाली दास ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और उसकी पुलिस की सैकड़ों प्रलोभनों और धमकियों को नज़रअंदाज़ करते हुए बहादुरी से अपने फ़ैसले पर अडिग रही। उसने अपना सिर नहीं झुकाया। मैं उसके इस साहसी रवैये की प्रशंसा करता हूं।

खबर लिखे जाने तक इस मामले में पुलिस या तृणमूल कांग्रेस की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई थी।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय

   

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