प्रशासन और पूजा समितियों का निर्णय, दुर्गा पूजा पंडालों में नहीं होगा ब्लैकआउट

मूर्तियों के विर्सजन को लेकर थी नाराजगी, विरोध में एक घंटे पूजा पंडालों में ब्लैक आउट का लिया था निर्णय

वाराणसी,29 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दुर्गा पूजा पंडालों में सोमवार शाम को एक घंटे का हाेने वाला ब्लैक आउट अब नहीं होगा। जिला प्रशासन और पूजा समितियों ने मिलकर यह निर्णय लिया है। मूर्ति विर्सजन को लेकर नाराजगी के बाद पूजा समितियों ने विरोध में ब्लैक आउट का निर्णय लिया था।

इस संबध में केन्द्रीय पूजा समिति के अध्यक्ष तिलकराज मिश्र ने बताया कि दशहरे के बाद दुर्गा पूजा मूर्ति विर्सजन के संबंध में प्रशासन की तरफ से पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) काशी जोन एवं अपर जिलाधिकारी नगर के साथ समितियों के पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में ​यह नि​र्णय लिया गया कि पूजा पंडालों में ब्लैक आउट नहीं होगा। मां दुर्गा के मूर्तियों का विर्सजन पारम्परिक स्थल पर ही किया जाएगा। अगले वर्ष के लिए मां दुर्गा के मूर्तियों का विर्सजन उच्च न्यायालय के आदेशानुसार किया जाएगा।

तिलकराज मिश्र ने बताया कि वर्ष 2010 में एनजीटी की रिपोर्ट आयी थी कि गंगा में मूर्तियों के विसर्जन से प्रदूषण हो रहा है। इसी आधार पर वर्ष 2015 में हाईकोर्ट का एक आदेश आया और गंगा में विसर्जन बंद कर दिया गया। इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुआ। शहर के पूजा समितियों से जुड़े लोगों के साथ अन्य विशिष्ट लोगों को विरोध प्रदर्शन करने पर जेल भी भेजा गया। लेकिन इसका कोई उपाय नहीं निकला और लोग आज तक

कुंडों, तालाबों व कृत्रिम तालाबों में विसर्जन करने लगे। अब नगर निगम प्रशासन ने कुछ कुंड और तालाबों का नाम विर्सजन लिस्ट से हटा दिया। ऐसे में यह समस्या है कि कोई दुर्गा समिति अपना रास्ता कैसे बदलेगी। प्रशासन भी पारम्परिक रास्ते से ही विर्सजन के लिए निर्देशित करता है। इसी निर्णय के विरोध में पूजा समितियों ने मिलकर एक घंटे ब्लैक आउट पर सहमति जताई थी।

--------------

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

सम्बंधित खबर