“यह जुबीन का असम है, नेपाल का नहीं” : मुख्यमंत्री सरमा की कड़ी चेतावनी

गुवाहाटी (असम), 27 सितम्बर (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को फेसबुक लाइव के जरिए जनता को संबोधित करते हुए साफ शब्दों में कहा कि असम को नेपाल से तुलना करके नहीं चलाया जा सकता। उन्होंने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रतीक लाचित बरफूकन, भगदत्त, महाराजा पृथु, भूपेन हजारिका तथा जुबीन गर्ग का उल्लेख करते हुए कहा, “यह जुबिन का असम है, नेपाल का नहीं। अगर असम की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया तो सबसे अधिक दुख जुबीन को ही होगा।”

मुख्यमंत्री ने इस बीच वायरल हुए वीडियो का ज़िक्र किया, जिसमें विक्टर दास ने एक युवती की पिटाई की थी। उन्होंने कहा, “वह वीडियो देखकर जुबीन को अवश्य ही पीड़ा हुई होगी।” अजय फूकन और विक्टर दास की गिरफ्तारी पर उन्होंने याद दिलाया कि “छह साल पहले ही मैंने जुबीन को चेतावनी दी थी कि उनके आसपास कुछ लोग उन्हें भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। मेरी उस समय की भावना अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय है।”

मुख्यमंत्री ने जुबीन गर्ग द्वारा उन्हें समर्पित किए गए गीत की बात भी उठाई और चेतावनी दी – “जनता के धैर्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश मत कीजिए। 6 अक्टूबर को आपको सीआईडी कार्यालय में बुलाया गया है। फेसबुक लाइव और पत्र लिखकर जनता और कानून से बचा नहीं जा सकता।”

मुख्यमंत्री सरमा ने सिद्धार्थ शर्मा और श्यामकानु महंत को भी सख्त चेतावनी देते हुए कहा, “पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही है और उन्हें गिरफ्तार करेगी।

मुख्यमंत्री ने बीटीसी चुनाव परिणाम के बारे में कहा, भले ही भाजपा को उम्मीद के मुताबिक नतीजे न मिले हों, लेकिन कर्तव्य के आह्वान से बड़ा कुछ नहीं होता। हमारे छोटे त्याग ने जुबीन की अंतिम यात्रा को गरिमामय बनाया। 4–5 सीटें हारने के बावजूद हम इसे पराजय नहीं मानते।”

फेसबुक लाइव के जरिए मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने इस तरह असम की अस्मिता, राजनीतिक चेतावनी और कानूनी सख्ती का स्पष्ट संदेश दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

   

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