वावकुल्ली-2 ग्राम पंचायत बनी देश की सर्वश्रेष्ठ 'सुशासन युक्त पंचायत'

गुजरात काे सुशासनयुक्त ग्राम पंचायत पुरस्कार मिलना हर किसी के लिए गौरव का क्षण: गाैरव दहिया

गांधीनगर, 13 दिसंबर (हि.स.)। राज्य के पंचमहल जिले की वावकुल्ली-2 ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2024 में दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कार (डीडीयूपीएसवीपी) के अंतर्गत सुशासनयुक्त पंचायत श्रेणी में प्रथम स्थान मिला है। इस पर एडिशनल डेवलपमेन्ट कमिश्नर डाॅ गाैरव दहिया ने इस विशेष उपलब्धि काे गुजरात के लिए गर्व

का क्षण बताया।

दरअसल, गुरुवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में वावकुल्ली-2 ग्राम पंचायत काे सुशासनयुक्त पंचायत श्रेणी में प्रथम स्थान पुरस्कार मिला था। गुजरात सरकार की ओर से यह पुरस्कार एडिशनल डेवलपमेन्ट कमिश्नर डॉ. गौरव दाहिया ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्राप्त किया था।

शुक्रवार काे एडिशनल डेवलपमेन्ट कमिश्नर डॉ. गौरव दाहिया ने इस विशेष उपलब्धि पर अधिक जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात ग्रामीण विकास और ग्राम पंचायतों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाने में बहुत ही प्रशंसनीय कार्य कर रहा है। पिछले कुछ सालों से राज्य सरकार ग्राम पंचायतों में प्रशासनिक प्रक्रियाओं में ई-गवर्नेंस के अनुपालन को बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों में भी ईज़ ऑफ लिविंग जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं को प्राथमिकता दे रही है। इसके लिए राज्य सरकार ग्राम पंचायतों में विशेष रूप से सिटिजन सेन्ट्रिक सर्विसेस पर अधिक ध्यान दे रही है, जिसके परिणाम स्वरूप पंचमहाल जिले के वावकुल्ली 2 ग्राम पंचायत आज देश का सबसे “सुशासन युक्त ग्राम पंचायत” बन गया है। गुजरात को मिला यह सम्मान हममें हर किसी के लिए गौरव का क्षण है।उन्हाेंने बताया कि दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कार (डीडीयूपीएसवीपी) के 27 विजेताओं काे संयुक्त रूप से 20.25 करोड़ रुपये मिली। इस राशि में से गुजरात के हिस्से को भी डिजिटल माध्यम से खाते में हस्तांतरित कर दिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

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