विजयादशमी पर्व पर मेहरानगढ़ में सजा दशहरा दरबार, भगवान श्रीराम की सवारी रवाना, अखाड़ों ने दिखाए शारीरिक करतब
जोधपुर, 2 अक्टूबर (हि.स.)। असत्य पर सत्य, पाप पर पुण्य और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व आज हर्षोल्लास व पारंपरिक तरीके से मनाया गया। शहर के कई इलाकों में आज शाम गोधूलि वेला में भव्य स्तर पर रावण दहन किया गया। इसके लिए सभी स्थानों पर रावण और उसके परिजनों के पुतले खड़े कर किए गए। नगर निगम उत्तर व दक्षिण की ओर से संयुक्त रूप से रावण का चबूतरा मैदान पर दशहरा महोत्सव मनाया गया। रावण दहन के बाद आकर्षक आतिशबाजी की गई। रावण दहन के लिए दोपहर में गाजे-बाजे के साथ रामजी की सवारी निकाली गई जो मेहरानगढ़ में पूजा अर्चना के बाद रवाना हुई।
मेहरानगढ़ में पंरपरानुसार मनाया विजय दशमी :
मेहरानगढ़ में मां चामुंडा के दस दिन तक चले आसोजी नवरात्रा के बाद बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयदशमी परम्परानुसार आज मनाया गया। दशहरा पर यहां सुबह से ही विभिन्न कार्यक्रम शुरू हो गए। इसमें मुरली मनोहर मन्दिर में हाथी, अश्व, शस्त्र एवं शमी (खेजड़ी) की विधिवत पूजा पूर्व नरेश गजसिंह ने की। तत्पश्चात मेहरानगढ़ में दशहरा दरबार लगाया गया जिसमें मारवाड़ रियासत के जागीरदार, ठाकुर अपनी पारम्परिक वेशभूषा में पहुंचे। साथ ही प्रशासन की ओर से प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे। मुरली मनोहर मन्दिर में भगवान रामचन्द्र की सवारी का पूजन गजसिंह और जनप्रतिनिधियों द्वारा किया गया। तत्पश्चात रामचन्द्र की तस्वीर को खासे में विराजमान किया गया और लवाजमे के साथ मन्दिर से बाहर प्रशासन की तरफ से पूजन के लिए रखा गया। भगवान की पूजा-अर्चना के बाद सवारी बैंड बाजे, शहनाई, लवाजमे के साथ रवाना हुई। फतेहपोल से बाहर सवारी की अगवानी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की गई एवं प्रतिमा को रथ में बैठाया गया। यहां से भगवान रामजी की सवारी विभिन्न मार्गों से होते हुए शाम को रामलीला मैदान पहुंची। यहां गोधूलि वेला में मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत रिमोट से तीर चलाकर रावण दहन किया। रावण के साथ ही मेघनाद, कुंभकर्ण, शूर्पणखा और ताडका के पुतलों का भी दहन किया गया। इसके बाद भव्य आतिशबाजी हुई। रामलीला मैदान से विजय जुलूस के वापस मेहरानगढ़ दुर्ग पहुंचने पर भगवान श्रीराम का राजतिलक किया गया।
यहां भी हुआ रावण दहन :
रावण का चबूतरा मैदान के अलावा भी शहर में कई स्थानों पर रावण दहन किया गया। चैनपुरा मगरा पूंजला स्थित रामतलाई की नाडी, पाल रोड व चौपासनी हाउसिंग बोर्ड सेक्टर 16 स्थित दशहरा मैदान में मुख्य आयोजन हुए। इसके अलावा हर गली-मोहल्ले में लंकाधिपति रावण के पुतले जलाए गए।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश



