प्रकृति का श्रृंगार है हरेला पर्व एवं लोक तंत्र का आधार हैं मतदान: प्रोफे बत्रा
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- Jul 15, 2025
हरिद्वार, 15 जुलाई (हि.स.)। एसएमजेएन पीजी कॉलेज में आईक्यूएसी, स्वीप एवं रेडक्रॉस के तत्वाधान में शिक्षणेतर गतिविधि के रूप में हरेला पर्व उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एसके बत्रा की उपस्थिति रही।
इस अवसर पर राजनीति विज्ञान विभाग के विभाग अध्यक्ष विनय थपलियाल, रेडक्रॉस टीम के यादवेंद्र सिंह, डॉ. मनोज कुमार सोही, डॉ. पल्लवी राणा तथा डॉ. मीनाक्षी ने भी कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई। हरेला पर्व के उपलक्ष्य में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता जागृत करना तथा स्वच्छ, हरित और स्वस्थ भविष्य की ओर कदम बढ़ाना है।
इस अवसर पर बोलते हुए प्राचार्य डॉ बत्रा ने कहा कि हरेला पर्व प्रकृति का श्रृंगार है और उत्तराखंड का यह लोक पर्व हमें सतत विकास की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा इसी तरह लोकतंत्र का आधार मतदान है। वनीकरण से ही हरेला पर्व को सच्चे अर्थों में मनाया जा सकता है।
उन्होंने भारत के संकुचित होते वनों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि भारत के शाश्वत वन जो कि नीम, खुमानी, कटहल, पीपल, बरगद इत्यादि से आच्छादित होते थे, निरंतर ह्रास की ओर हैं इस कारण मौसम परिवर्तन की घटनाएँ तेजी से हो रहीं है। अतः प्रत्येक नागरिक को वनीकरण एवं देश के लिए मतदान करना आवश्यक है।
इस अवसर पर प्रोफेसर जेसी आर्य, डॉ मनमोहन गुप्ता, डॉक्टर शिवकुमार चौहान, डॉक्टर रिंकल गोयल, डॉक्टर रिचा मनोचा, डॉ मोना शर्मा, डॉ लता शर्मा, वैभव बत्रा, डॉ मीनाक्षी शर्मा, संजीत कुमार, हेमंत एवं मोनू इत्यादि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला



