वोट अधिकार यात्रा’ के बहाने अपने-अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने निकली है राहुल-तेजस्वी की जोड़ी: उमेश सिंह कुशवाहा

पटना, 21 अगस्त (हि.स.)। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने गुरुवार को बयान जारी कर विपक्ष की ‘वोट अधिकार यात्रा’ पर जमकर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद के राजनीतिक युवराज इस औचित्यहीन यात्रा के बहाने केवल अपने-अपने पार्टी अस्तित्व को बचाने में लगे हैं, क्योंकि विपक्ष के पास सरकार विरोधी कोई वास्तविक मुद्दा नहीं है, इसलिए अब वे मतदाता पुनरीक्षण के नाम पर राजनीतिक ड्रामा पर उतर आए हैं।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वोट अधिकार का ढोंग करने वाला विपक्ष असल में वोट लूटने और अधिकार छीनने की मानसिकता से हमेशा ग्रसित रहा है। बिहार कभी नहीं भूल सकता कि लालू-राबड़ी के शासनकाल में राज्य पूरे देश में बूथ कैप्चरिंग के लिए बदनाम था, जब सत्ता पोषित आपराधिक तत्व बूथों को लूटकर आम नागरिकों के मताधिकार को रौंदते थे। ठीक उसी तरह, कांग्रेस ने आपातकाल थोपकर आम लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन किया। यह स्पष्ट और जगजाहिर है कि राजद और कांग्रेस ने अपने-अपने शासनकाल में लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया।

उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि राहुल-तेजस्वी की जोड़ी झूठ और दुष्प्रचार के सहारे जनता को भ्रमित करने में लगी है। यात्रा के क्रम में मतदाता सूची को लेकर उनके कई तथ्यहीन दावे प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा खारिज किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि श्री राहुल गांधी जहां भी जाते हैं, वहां पहले से तैयार झूठ और साजिश की स्क्रीप्ट के जरिए जनता को गुमराह करने की कोशिश की जाती है। लेकिन बिहार की जनता होशियार है और विपक्ष की यह राजनीतिक चाल पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / चंदा कुमारी

   

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