राज्यपाल ने स्वच्छ भारत दिवस समारोह में लिया हिस्सा

इटानगर, 2 अक्टूबर (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) केटी परनाइक ने आज इटानगर के गोल्डन जुबली बैंक्वेट हॉल में स्वच्छ भारत दिवस समारोह में भाग लिया। उन्होंने 'स्वच्छता ही सेवा 2025' पुरस्कार विजेताओं को भी सम्मानित किया।

इससे पहले सुबह, राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पेमा खांडू और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ गांधी उद्यान, नीति विहार में महात्मा गांधी की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर दोईमुख रोनो हिल्स पर स्थित राजीव गांधी विश्वविद्यालय के संगीत विभाग के छात्रों ने महात्मा गांधी का प्रिय भजन 'वैष्णव जन तो' गाया।

अपने संबोधन में, राज्यपाल ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि गांधी का दर्शन सादगी, विनम्रता और सच्चाई पर आधारित था। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा और सद्भाव के उनके शाश्वत सिद्धांत, संघर्ष और असहिष्णुता से लगातार विभाजित होते विश्व के लिए नैतिक दिशानिर्देश बने हुए हैं।

राज्यपाल ने कहा कि गांधीजी के लिए स्वच्छता व्यक्तिगत स्वच्छता से कहीं बढ़कर थी। इसका अर्थ था स्वयं का, अपने परिवेश का और अपने समुदाय का सम्मान करना। उनका मानना था कि कोई भी समाज अपने पर्यावरण को स्वच्छ नहीं रख सकता, इसलिए वह खुद को प्रगतिशील नहीं कह सकता।

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से इसी दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया है, जिसने स्वच्छता और सफाई के प्रति राष्ट्रीय दृष्टिकोण को बदल दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी

   

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