गुरुग्राम: मानवीय संवेदना व सुलभता से कैंसर मरीजों को उपलब्ध हो उपचार: मनीषा कोइराला

-कैंसर मरीज को संवेदनशील देखभाल जरूरी

-गुरुग्राम में नेबरहुड कैंसर उपचार केंद्र का मनीषा कोइराला ने किया उद्घाटन

गुरुग्राम, 9 नवंबर (हि.स.)। फिल्म अभिनेत्री एवं कैंसर सर्वाइवर मनीषा कोइराला ने कहा कि एक कैंसर सर्वाइवर होने के नाते मैं जानती हूं कि विशेषज्ञता और संवेदनशील देखभाल तक समय पर पहुंचना कितना आवश्यक है। एम.ओ.सी. जैसे सेंटर्स यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उपचार न केवल सुलभ हो, बल्कि मानवीय संवेदना के साथ उपलब्ध हो। यह बात उन्होंने रविवार को यहां सेक्टर-29 में नेबरहुड कैंसर सेंटर्स के एम.ओ.सी. कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर के उद्घाटन अवसर पर कही।उन्होंने कहा कि मैं इस महत्वपूर्ण पहल का हिस्सा बनकर स्वयं को सम्मानित महसूस कर रही हूं। यह सचमुच हजारों परिवारों के लिए आशा की नई किरण है। गुरुग्राम में शुरू हुआ यह नया केंद्र न केवल उत्तर भारत में संगठन के विस्तार की शुरुआत है। ऐसे समय में एक महत्वपूर्ण कदम भी है, जब भारत में कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इससे पहले एम.ओ.सी ने पश्चिम भारत में 24 कैंसर उपचार केंद्र स्थापित किए हैं। और आने वाले वर्ष में उत्तर भारत में कई नए केंद्र खोलने की योजना है। गुरुग्राम में नेबरहुड कैंसर सेंटर्स का यह पहला कैंसर उपचार केंद्र है।एम.ओ.सी. कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर के मुख्य परिचालन अधिकारी आदित्य बहादुर ने कहा कि हमारा उद्देश्य हमेशा से एक ऐसा मॉडल तैयार करना रहा है, जो उच्च गुणवत्ता वाली कैंसर देखभाल को मरीजों के निकट ला सके। छोटे, तकनीक-सक्षम डे-केयर आधारित सेंटर्स के माध्यम से हम उपचार शुरू करने में लगने वाला समय घटा रहे हैं। एम.ओ.सी. के मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, डॉ. राकेश शर्मा ने कहा कि एक समर्पित ऑन्कोलॉजी सेंटर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां डॉक्टर, नर्सिंग और सपोर्ट स्टाफ सभी कैंसर मरीजों की विशिष्ट ज़रूरतों को ध्यान में रखकर काम करते हैं। कई उपचार, जैसे कीमोथेरेपी और इम्यूनोथेरेपी, बिना अस्पताल में भर्ती हुए भी सुरक्षित रूप से दिए जा सकते हैं।

2025 तक 30 लाख कैंसर मरीज होने का अनुमानभारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार वर्ष 2022 में भारत में 14.6 लाख से अधिक नए कैंसर मामले दर्ज हुए थे। 2025 तक यह संख्या लगभग 30 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। हरियाणा राज्य कैंसर रजिस्ट्री के 2024 के आंकड़ों के अनुसार राज्य में 30,475 कैंसर के मामलों और 16,997 मौतों की रिपोर्ट दर्ज की गई। देश के महानगरीय क्षेत्रों विशेष रूप से दिल्ली-एनसीआर जैसे शहरों में गैर-संक्रामक रोगों का बोझ तेजी से बढ़ रहा है। जिससे सुलभ और गुणवत्तापूर्ण कैंसर उपचार केंद्रों की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर

   

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