गुरुग्राम: जम्मू-कश्मीर में हैं भारत की वैदिक संस्कृति से जुड़े पूजनीय स्थल: कुशल कटारिया 

-कश्मीर के विद्यार्थियों को करवाया जा रहा है शैक्षणिक भ्रमण

गुरुग्राम, 5 दिसंबर (हि.स.)। अतिरिक्त श्रम आयुक्त कुशल कटारिया ने कहा कि देश की प्राचीन पुण्य भूमि कश्मीर पर हर भारतीय गर्व महसूस करता है। जम्मू-कश्मीर में भारत की वैदिक संस्कृति से जुड़े पूजनीय स्थल हमारे देश की गौरव गाथा के प्रतीक हैं, जिन्हें आस्था की दृष्टि से देखा जाता है। वे गुरुवार को जिला परिषद स्वतंत्रता सेनानी सभागार में शैक्षणिक भ्रमण के लिए आए कश्मीर के छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि कश्मीर में अपार प्राकृतिक संपदा तो है ही, साथ ही भारत का मस्तक कहे जाने वाले हिमालय पर्वत की सुंदर छटा को यहां देखा जा सकता है। आज भी पर्यटन के लिहाज से कश्मीर हर भारतीय की पहली पसंद माना जाता है। अतिरिक्त श्रम आयुक्त ने कहा कि नेहरू युवा केंद्र का यह प्रयास सराहनीय है कि हरियाणा की संस्कृति व शैक्षणिक व्यवस्था को जानने के लिए कश्मीर से विद्यार्थियों के दल को यहां आमंत्रित किया गया है। यह टूर 7 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस दौरान कश्मीर की संस्कृति से भी गुरुग्राम के विद्यार्थी रूबरू होंगे। देश को आपस में जोड़ कर रखने में ये टूर काफी सार्थक साबित हो रहे हैं। उन्होंने कश्मीरी विद्यार्थियों को जीवन में कोई एक लक्ष्य का निर्धारण कर उसके लिए मेहनत करने की प्रेरणा दी। इस कार्यक्रम में गुरु द्रोणाचार्य कॉलेज की प्रो. मीनाक्षी, डा. सोना यादव और हरीश ने साइबर क्राइम, पर्यावरण संरक्षण, देश भक्ति व राष्ट्र निर्माण के संदर्भ में अपना वक्तव्य रखा। उन्होंने शिक्षा, रुचि, कौशल और लक्ष्य का महत्व बताते हुए कश्मीरी युवाओं को शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए कहा। इन विद्यार्थियों के लिए योग सत्र का भी प्रतिदिन आयोजित किया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर हरियाणा

   

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