झज्जर, 9 दिसंबर (हि.स.)। जिला के बहादुरगढ़ में बालौर के निकट बाईपास रोड पर सोमवार देर रात कार की चपेट में आने से स्कूटी सवार तैराकी कोच की मौत हो गई। वह एचएल सिटी स्थित स्विमिंग पूल में तैराकों को प्रशिक्षण देने के लिए एचएल सिटी आ रहे थे। वह दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग में तैराकी कोच के तौर पर कार्यरत थे। उनकी आयु करीब 32 साल थी।
हादसे की जानकारी मिलने पर बहादुरगढ़ सदर पुलिस घटनास्थल पहुंची। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल बहादुरगढ़ के शव गृह में भिजवाया गया और मृतक तैराकी कोच नवनीत खत्री के परिजनों को सूचित किया गया। पुलिस ने कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को पोस्टमार्टम करवाने के बाद मृतक का शव परिजनों को सौंप दिया गया। नवनीत खत्री दिल्ली के नांगलोई इलाके की कॉलोनी रतन पार्क में रहते थे।
सोमवार सुबह वह अपनी स्कूटी पर सवार होकर घर से निकले थे। सुबह करीब आठ बजे गुड़गांव जिले के गांव बजघेड़ा में तैराकों को तैराकी का प्रशिक्षण दिया और अपने घर लौट गए। दोपहर बाद बहादुरगढ़ के एचएल सिटी स्थित स्विमिंग पूल जाने के लिए घर से निकले। एचएल सिटी में देर शाम तक खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया। रात करीब साढ़े 10 बजे घर लौटते समय बालौर फ्लाईओवर पर एक तेज गति कार की उनकी स्कूटी में जोरदार टक्कर लगी। जिससे स्कूटी की हालत जर्जर हो गई और गंभीर रूप से घायल होकर नवनीत की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। हादसे का कारण बनी कार का चालक अपनी कार को घटनास्थल पर ही छोड़कर फरार हो गया।
यहां से किसी राहगीर ने फोन करके हादसे की सूचना नवनीत के बड़े भाई निखिल को दी। पुलिस ने पीड़ित परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता निखिल खत्री ने बताया कि नवनीत उनका सबसे छोटा भाई था। वह मास्टर डिग्री प्राप्त एनआईएस कोच था। हरियाणा तैराकी संघ के महासचिव अनिल खत्री ने बताया कि नवनीत बहुत अच्छा कोच था। उसका व्यवहार खिलाड़ियों के प्रति बहुत बढ़िया होता था।
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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज



