दोस्त सोचा नहीं था तेरे गांव इस तरह आना होगा:सिंगर राजवीर के संस्कार के बाद सरताज का छलका दर्द; जिंदगी जीना सिखा गया
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- Oct 10, 2025
सिंगर राजवीर जवंदा अब इस दुनिया में नहीं हैं। कल उनके पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार हुआ। इसमें कई पंजाबी सिंगर, कलाकार और उनके प्रशंसक शामिल हुए। इनमें सूफी गायक सतिंदर सरताज भी थे, जिन्होंने संस्कार के बाद इस दर्द को एक पोस्ट में बयां किया। उन्होंने लिखा है कि सोचा नहीं था, सज्जन, तेरे गांव पौना में इस तरह आना होगा। तेरी इस पारी को नमन है। सरताज ने अपनी पोस्ट में दो बातों का जिक्र किया है - 1. सरताज ने लिखा है कि कभी सोचा नहीं था, सज्जन, कि तेरे गांव इस तरह आना होगा... परिवार को देखकर दिल भर आया, लेकिन सोहणिया, तेरी महानता और कमाई का जलवा हज़ारों लोगों के चेहरों पर साफ़ देखा। 2. जब-जब किसी नेकदिल, सच्चे, निडर, साफ़ दिल और सपनों से भरे किसी पंजाबी नौजवान की कल्पना होगी, तो आंखों के सामने ‘राजवीर सिंह जवंदा’ का चेहरा अपने आप आ जाएगा! तेरी इस जिंदगी की पारी को नमन। कभी जिंदगी में मुलाकात नहीं हुई सरताज ने बताया कि कभी जिंदगी में मुलाकात नहीं हुई, फिर भी कैसी अजीब और गहरी सांझ बन गई है। जिंदगी में उससे कभी मिले नहीं, लेकिन आज उसके गाँव तक पहुँचने का कारण बना है। जब भी किसी पंजाबी युवक की तस्वीर आंखों में उभरेगी, तो वह राजवीर की ही होनी चाहिए। वह सच्चे खालसा थे। मैं नमन करता हूँ उस धरती को, जिसने ऐसा पुत्र जन्मा। राजवीर को उम्रों तक याद रखा जाएगा। हमें जिंदगी जीना सिखा गया सिंगर परमीश वर्मा ने कहा कि राजवीर भाई को केवल RIP कहकर विदा नहीं कर सकते हैं। अपने व्यवहार, कला, मेहनत, जुनून, जिंदा दिली, प्यार और अदब से जो जिंदगी जीकर गया है, वह हम सबके लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। काश यह किसी सपने की तरह झूठ हो जाए, और भाई का हंसता हुआ चेहरा मुड़ आ जाए। वाहेगुरु अगली बार जग को राजवीर का और लंबा मौक़ा देना। वीर, तू जहां भी हो, हंसता रह। तेरे से प्रेरणा रहती उम्र तक दुनिया लेती रहेगी। वाहेगुरु, वाहेगुरु। तू शायद बहुतों से लंबी जिंदगी जीकर गया है, जाता-जाता हमें जिंदगी जीना सिखा गया।



