भू-माफिया जालसाजी कर गैरमजरुआ जमीन पर जमा रहे कब्जा, सीओ ने रोका काम

रामगढ़, 9 दिसंबर (हि.स.)। जिले में भू माफिया काफी सक्रिय हाे गए हैं। भू माफिया अधिकारियों की आंखों में धूल झोंककर उनके पीठ पीछे सरकारी जमीन पर अपना कब्जा जमाने का प्रयास कर रहे हैं। समाहरणालय के समीप छत्तरमांडू में वात्सल्य धाम के सामने ऐसे ही एक गैर मजरूर जमीन को हड़पने का प्रयास किया जा रहा था। अंचल अधिकारी रमेश रविदास को जैसे ही भू-माफियाओं की हरकतों का पता चला उन्होंने कार्रवाई की। सबसे पहले उन्होंने जीएम लैंड पर चलाए जा रहे जेसीबी का काम रुकवाया। इसके बाद दस्तावेजों की मांग की। साथ ही जांच पूरी होने तक किसी भी प्रकार का काम नहीं करने का आदेश दिया।

वरीय अधिकारियों को दिया दस्तावेज

माैके पर छत्तरमांडू के पूर्व उप मुखिया दिलीप कुमार सिंह ने डीसी, एसडीओ और अंचल अधिकारी को सरकारी जमीन के सभी दस्तावेजाें का साैंपा। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि सदर अंचल के हल्का नंबर 4, मौजा छत्तरमांडू, थाना नंबर 116, खाता नंबर 190, प्लॉट नंबर 1860 रकबा 49

डिसमील, प्लॉट नंबर 1862 रकबा 67 डेसिमल, कुल रकबा 1.16 एकड़ भूमि जो सर्वे खतियान में गैर मजरूआ अनाबाद परती पत्थर दर्ज है। यह एक लोक उपयोगी भूमि है। रामगढ़-बोकारो मार्ग एनएच 23 पर रामगढ़ समाहरणालय के ठीक बगल में स्थित इस जमीन पर भू माफियाओं की नजर है। कुछ वर्ष पूर्व भू माफिया और जमीन दलालों ने अंचल कार्यालय से सांठ-गांठ कर प्लॉट नंबर 1860 और 1862 को खाता संख्या 86 जो तेजन सिंह पिता भूवन सिंह का रैयती खाता है, उसमें दर्ज करवा लिया। इसके बाद कई लोगों के बीच इसकी बिक्री की गई।

पूर्व उप मुखिया दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में गांव के ही कुछ दबंग भू माफिया और दलालों की ओर से पुनः वैसा ही कृत्य किया जा रहा है। उन्‍हाेंने बताया कि जेसीबी मशीन लगाकर समतलीकरण किया जा रहा है, ताकि उसकी बिक्री आसानी से की जा सके। उन्होंने पूरे दस्तावेजों की जांच करने की मांग की है, ताकि लोक उपयोगी भूमि को भू माफियाओं के चंगुल से बचाया जा सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश