नैनीताल-वीरभट्टी मार्ग पर भारी वाहनों पर रोक की मांग

नैनीताल, 9 दिसंबर (हि.स.)। नैनीताल नगर के कृष्णापुर क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल से आज भेंट कर नैनीताल-वीरभट्टी मार्ग की खराब स्थिति और बलिया नाला परियोजना से जुड़े वाहनों की ओर से मार्ग को क्षतिग्रस्त किये जाने की समस्या के त्वरित समाधान की मांग की।

इस माैके पर क्षेत्रवासियों ने बताया कि जीआईसी के समीप बलिया नाला के भू-कटाव के कारण यह मार्ग लगभग सौ मीटर की लंबाई में क्षतिग्रस्त है, जिससे नगर के लगभग 1-2 किमी दूर स्थित मल्ला कृष्णापुर, तल्ला कृष्णापुर, मोटापानी, दुर्गापुर, सरस्वती विहार, नई कालोनी सहित आस-पास की तीन हजार से अधिक आबादी को ज्योलीकोट होकर लगभग बीस किलोमीटर का चक्कर लगाकर आना-जाना पड़ रहा है। अन्य मार्ग की कवायद शुरू हुई थी, लेकिन वह भी ठंडे बस्ते में है।

प्रतिनिधियों ने कहा कि यह मार्ग नगर का सबसे पुराना पैदल पहुंच मार्ग है। कमिश्नर हेनरी रैमजे भी इस मार्ग से नैनीताल आये थे। बताया कि उन्होंने स्वयं चंदा करके इस मार्ग के गड्ढे भरवाये थे, लेकिन बलिया नाला निर्माण कार्य में लगे वाहनों द्वारा नैनीताल-वीरभट्टी मार्ग के शेष भाग को भी निरंतर क्षति पहुंचाई जा रही है। जिलाधिकारी ने पहली मांग पर शासन को पत्र प्रेषित कर समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया। जबकि दूसरी मांग पर प्रांतीय खंड लोनिवि के अधीक्षण अभियंता को तलब कर निर्देश दिये कि मार्ग पर ठेकेदार के माल ढोने वाले वाहन न चलें और यह सुनिश्चित किया जाये कि ग्रामीणों द्वारा चंदा कर मरम्मत किये गये मार्ग को नुकसान न पहुंचे।

भेंट के दौरान नैनीताल नगर पालिका के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीएन भट्ट, उपजिलाधिकारी नवाजिश खलीक, अधीक्षण अभियंता रत्नेश सक्सेना, भाजपा जिला उपाध्यक्ष दयाकिशन पोखरिया, पूर्व सभासद कैलाश रौतेला, सभासद सुरेंद्र कुमार, दीवान रौतेला, नीमा रौतेला, मुन्नी रौतेला, सुरेश टम्टा, घनश्याम पोखरिया, रेखा जोशी, तारा बिष्ट सहित बड़ी संख्या स्थानीय निवासी उपस्थित रहे। क्षेत्रवासियों ने अपेक्षा जताई है कि शीघ्र कार्यवाही कर आवागमन सुचारू किया जायेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी