पीड़ित ने डीएम और एसडीएम से लगाई न्याय की गुहार, पूरे प्रकरण की जांच की मांग
औरैया, 09 दिसंबर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद के अजीतमल तहसील क्षेत्र के ग्राम कैथौली में हरिजन श्रेणी की भूमि पर कथित रूप से जाति छुपाकर अवैध बैनामा किए जाने का गंभीर मामला सामने आया है। इस धोखाधड़ी ने न केवल पीड़ित परिवार को हिलाकर रख दिया है, बल्कि पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का विषय बना हुआ है। पीड़ित पक्ष ने उपजिलाधिकारी अजीतमल, जिलाधिकारी औरैया तथा मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से न्याय की गुहार लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
मामले के अनुसार ग्राम कैथौली निवासी रामकुमार पुत्र महाराम ने आरोप लगाया कि उनके चाचा सिपाही लाल पुत्र ललई, जाति धानुक (कठेरिया), के नाम दर्ज हरिजन श्रेणी की भूमि—गाटा संख्या 369/1 (0.1620 हे.) एवं गाटा 610/2 मिनहाज (0.2430 हे.)—का अवैध रूप से बैनामा करा दिया गया। आरोप के अनुसार बैनामा दस्तावेजों में विक्रेता की वास्तविक जाति छिपाकर “ब्राह्मण” दर्ज की गई, ताकि हरिजन भूमि की खरीद-बिक्री पर लागू कानूनी प्रतिबंधों को दरकिनार किया जा सके।
प्रार्थी के अनुसार उनके चाचा अशिक्षित हैं, जिसका फायदा उठाते हुए उन्हें गुमराह कर दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करा लिए गए। पूरे प्रकरण में धोखे की आशंका जताते हुए कहा गया है कि सौदा श्रीमती माया देवी पत्नी जयप्रकाश यादव, निवासी असेवटा, ने कराया। इतना ही नहीं, आरोप है कि गवाहों की मिलीभगत से दाखिल-खारिज की प्रक्रिया भी असामान्य तेजी से पूरी करा दी गई, जिससे पूरा मामला संदिग्ध हो गया है।
पीड़ित पक्ष का कहना है कि हरिजन श्रेणी की भूमि पर सामान्य जाति के व्यक्ति द्वारा खरीद-बिक्री पूर्णतः प्रतिबंधित है। ऐसे में जातिगत जानकारी छुपाकर किए गए बैनामे को न सिर्फ कानून का दुरुपयोग बताया जा रहा है, बल्कि प्रशासनिक ढांचे में पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
रामकुमार ने डीएम औरैया से शिकायत करते हुए पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच, बैनामा निरस्तीकरण, दोषी पक्षकारों सहित गवाहों पर एफआईआर दर्ज करने तथा भूमि की मूल स्थिति बहाल कराने की मांग की है। पीड़ित ने कहा कि यदि समय रहते कार्रवाई न हुई तो भविष्य में ऐसी घटनाओं के बढ़ने का खतरा रहेगा और गरीब वर्ग की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर संकट खड़ा हो जाएगा। मामला वर्तमान में प्रशासनिक स्तर पर विचाराधीन है, और ग्रामीणों की नजर अब आगामी कार्रवाई पर टिकी हुई है।
इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी अजीतमल निखिल राजपूत ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी ।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार



