कौशांबी बनेगा धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र : जयवीर सिंह
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- Dec 09, 2025
लखनऊ, 9 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने कौशांबी जिले के सिराथू तहसील स्थित कड़ा धाम के कुबरी घाट को नई पहचान देते हुए आरती स्थल का विकास कार्य लगभग पूर्ण करा दिया है। करीब 2.41 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह परियोजना श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुरक्षित एवं व्यवस्थित वातावरण उपलब्ध करवाएगी। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इक्यावन शक्तिपीठों में से एक मां शीतला धाम मंदिर श्रद्धालुओं के प्रमुख आस्था का केंद्र है। यह विकास कार्य उसी श्रद्धा और सुविधा को समर्पित है।
मंत्री ने बताया कि प्रदेश कौशांबी जिला धार्मिक पर्यटन मानचित्र का जगमगाता सितारा है। भगवान बुद्ध की भूमि, हिन्दू आस्था का भी बड़ा केंद्र है। कुबरी घाट धार्मिक महत्व से जुड़ा स्थल है। आगंतुकों को धार्मिक क्रियाकलापों में किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसलिए आरती स्थल के विकास कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण किया जा रहा है। सैंकड़ों वर्षों से शीतला धाम कड़ापीठ शक्ति उपासकों का केंद्र रहा है। स्कंद पुराण के अनुसार, देवी सती के शरीर के टुकड़े जहां भी गिरे वहीं एक शक्तिपीठ स्थापित हुआ। कराकोटम जंगल में जिस स्थान पर सती का दाहिना कर गिरा, वही स्थान वर्तमान में कड़ा धाम के नाम से देश-दुनिया में विख्यात है।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि कौशांबी का कड़ा धाम श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। वर्ष 2025 की पहली छमाही में करीब 14.76 लाख से अधिक पर्यटक जनपद आए, जिनमें बड़ी संख्या मां शीतला के दर्शन करने वालों की थी। राज्य सरकार का प्रयास है कि धार्मिक स्थलों पर आने वाले लोगों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित की जाए। इसी क्रम में कुबरी घाट पर आरती स्थल विकसित कर श्रद्धालुओं को वातावरण उपलब्ध कराया जा रहा है। आगे भी इस क्षेत्र में पर्यटन सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन



