कन्नौज: जबरन धर्म परिवर्तन कराने वाले तीन आरोपित गए जेल

कन्नौज, 09 दिसम्बर (हि. स.)। धर्म परिवर्तन कराने वाले तीन आरोपितों को पुलिस ने अरेस्ट कर जेल भेज दिया। इससे पहले थाना पुलिस और एसओजी टीम ने आरोपितों से पूछताछ की। हालांकि धर्म परिवर्तन से जुड़े नेटवर्क को लेकर पुलिस कुछ भी कहने से बचती नजर आई। जिले में धर्म परिवर्तन का ये कोई पहला मामला नहीं है।

ईसाई मिशनरी के द्वारा ग्रामीणों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने का खेल ठठिया करसाह गांव में उस वक्त सामने आया, जब बजरंग दल के लोगों ने एक मकान में घुसकर हंगामा किया। यहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए महिलाओं को आगे कर दिया गया, जबकि धर्म परिवर्तन कराने वालों ने खुद को कमरे में बन्द कर लिया। सूचना पुलिस को दी गई तो पुलिस ने कमरा खुलवाकर पन्नालाल, विद्यासागर और उमाशंकर दोहरे को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से बाइबिल, झोला, सीलबंद दो बोतल और किताबें बरामद कीं।

एसपी बिनोद कुमार ने बताया कि पकड़े गए तीनों आरोपित करसाह गांव के ही रहने वाले हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।

करसाह गांव के जिस मकान में धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा था, उसको लोन लेकर निर्माण कराने का आरोपितों द्वारा दावा किया गया। जिसकी हकीकत जानने के लिए पुलिस उन्हें ग्रामीण बैंक की शाखा औसेर ले गई। जहां जानकारियां जुटाई। आरोपितों से ठठिया थाना पुलिस और एसओजी टीम ने पूछताछ की, लेकिन वह लोग पुलिस को गुमराह करते रहे। ईसाई मिशनरी से जुड़े धर्मांतरण के इस नेटवर्क को फिलहाल पुलिस खंगाल रही है।

--माफी मांगने पर छोड़ दिया जाता था

मामले को लेकर बजरंग दल के नेता उमेश वाजपेयी ने बताया कि ठठिया क्षेत्र के कई गांव में धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा है। जिसको लेकर संगठन द्वारा पहले भी पुलिस को सूचना दी जा चुकी थी। धर्म परिवर्तन कराने वालों को पकड़ने के बाद माफी मंगवाकर पुलिस छोड़ देती रही, जिस कारण उनका नेटवर्क क्षेत्र में बढ़ता ही चला गया। उन्होंने बताया कि इससे पहले ठठिया क्षेत्र के ककरघटा, करौंदाशाह नगर और भखरौली गांव में भी धर्म परिवर्तन कराने के मामले सामने आ चुके।

धर्मांतरण का इन दिनों जिले के ठठिया, सौरिख और गुरसहायगंज क्षेत्र के कई गांवों में नेटवर्क फैला हुआ। इससे पहले अगस्त महीने में पुलिस ने गुरसहायगंज के एक मकान से धर्म परिवर्तन कराने वालों को अरेस्ट किया था। यहां आंध्र प्रदेश के रहने वाले गोवड़ा प्रसाद को पुलिस ने जेल भेज दिया था और उसके बाद जांच वहीं ठप हो गई। धर्म परिवर्तन कराने वालों के नेटवर्क तक पहुंचना कन्नौज पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।

हिन्दुस्थान समाचार / संजीव झा