फिरोजपुर नहर में फैंकी लड़की के जिंदा निकलने की कहानी:मेरा हाथ चुनरी से खुला, सरिया पकड़कर बाहर निकली; लिफ्ट लेकर किसी के पास गई
- Admin Admin
- Dec 07, 2025
फिरोजपुर में पिता की तरफ से नहर में धक्का देकर फैंकी गई लड़की जिंदा निकली। 3 महीने बाद मीडिया के सामने आई लड़की ने जिंदा बचने की पूरी कहानी बताई। 3 महीने पहले पिता ने अपनी बेटी को किसी लड़के के साथ अफेयर होने के चलते चुनरी से हाथ बांधकर नहर में फैंक दिया था। इस मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। जहां से कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया था। अब लड़की ने मीडिया के सामने आकर बताया कि वह जिंदा है। जब उससे पूछा गया कि कैसे बची, तो उसने बताया कि जैसे ही उसे नहर में धक्का दिया गया तो वह पानी के बहाव के साथ आधा किलोमीटर आगे तक बह गई। चुनरी से उसके हाथ ढीले बांधे गए थे, इसलिए पानी में हाथ खुल गए। इस बीच उसका सिर नहर के अंदर सरिए से टकराया तो उसने सरिया पकड़ लिया और नहर से बाहर आ गई। लड़की ने बताई अपने जिंदा निकलने की कहानी धक्का देते ही बह डूब गई, अंदर पानी में चुनरी से हाथ खुले लड़की ने बताया कि जैसे ही उसके पिता ने उसे नहर में धक्का दिया तो वह डूब गई। उसने बचने के लिए पैर चलाए। जैसे ही वह ऊपर आई तो उसे सांस लेने का वक्त मिला। इसके बाद वह फिर डूब गई। हाथ खोलने की कोशिश की जिससे एक हाथ चुनरी से खुल गया। इस बीच उसका सिर नहर के अंदर एक सरिए से टकरा गया। इस पर उसने जोर से सरिया पकड़ लिया। आधा घंटा संघर्ष के बाद बाहर निकल पाई लड़की ने बताया कि सरिया पकड़ने के बाद भी वह घबराई हुई थी। उसे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं। नहर से कैसे बाहर निकला जाए। वह आधे घंटे तक नहर से बाहर निकलने के लिए संघर्ष करती रही। किसी तरह से वह सरिए पर पैर टिकाने में कामयाब हो गई। इसके बाद नहर से बाहर निकल पाई। बाहर निकलकर गीले कपड़ों में आधा किलोमीटर तक चली लड़की ने बताया की गीले कपड़ों में वह नहर की पटरी के किनारे-किनारे चलती रही और आधार किलोमीटर दूर सड़क पर किसी स्कूटी वाली महिला से लिफ्ट दी। उसके कपड़े गीले थे और ठंड लग रही थी। इससे उसने महिला से उसकी शाल मांगी और उसे ओढ़कर ठंड से बची। महिला के फोन से ही उसने अपने जानकारी को फोन मिलाया। पिता का नहीं, धक्का दिलाने में मां का कसूर नहर से जिंदा बची लड़की ने आरोप लगाया कि धक्का देने में उसके पिता का नहीं बल्कि मां का हाथ ज्यादा था। पिता का डॉक्टर के पास इलाज चल रहा था। पिता न शराब पी रखी थी और दवा भी खाई थी। इससे वह नशे में था। मां ने पिता के मेरे खिलाफ उकसाया जिससे पिता ने गुस्से में आकर मुझे धक्का दे दिया। मगर जब मैंने होश में आने पर वीडियो देखा तो पता चला कि वहां पर मां मेरे लिए रो रही है, लेकिन ये सच्चाई नहीं है। बहनों का फ्यूचर देखकर सामने आना पड़ा नहर से बचकर निकली लड़की ने बताया कि उसकी और भी तीन बहनें हैं। वह कैसे पलेंगे और कैसे पढ़ेंगी। इनका फ्यूचर देखकर मैं सामने आई हूं। पिता को भी जेल होने का मुझे दुख है। मेरा पिता जेल से बाहर आ जाएं इसके लिए मैं कोर्ट में जाउंगी। पिता ही घर में कमाने वाले हैं। मां तीन बहनों को कैसे पालेगी, ये सब सोचने के बाद ही मैंने सबके सामने आने का फैसला लिया। तीन महीने में कहां रही किसके पास रही, ये मैं सार्वजनिक नहीं करना चाहती।



