पंजाब के बच्चों ने बनाया पहला सिख रोबोट:ऊंची जगहों पर चढ़ सकता है, आग बुझाने-बम डिफ्यूज का भी दावा, जॉनीज नाम रखा

पंजाब के मानसा के एक प्राइवेट स्कूल के बच्चों ने पहला पंजाबी सिख रोबोट बनाया है। इसका नाम जॉनीज रखा गया है। स्कूल के 11वीं-12वीं के बच्चों ने इसका रोड पर ट्रायल किया और इसका एक वीडियो इंस्टा पर शेयर किया। वीडियो में बच्चे बता रहे हैं कि उनका रोबोट ऊंची जगहों पर आसानी से जा सकता है। बम डिफ्यूज कर सकता है और आग तक बुझा सकता है। मानसा-बरनाला रोड स्थित इस स्कूल के बच्चों ने रोबोट का ट्रायल करने के दौरान कहा कि सभी बच्चों को इस तरह की खोजें करनी चाहिए ताकि आगे चलकर देश को टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ाया जा सके। बच्चों ने कहा कि ऐसी पहल कदमियां हर किसी को करनी चाहिए ताकि प्रैक्टिकल एजुकेशन का मियार ऊंचा हो सके। बात समझकर जवाब दे सकता है रोबोट बच्चों द्वारा बनाया गया ये रोबोट बात को समझकर उसका जवाब दे सकता है। इसका ट्रायल दिखाते हुए बच्चे पूछते हैं कि तुम्हारा नाम क्या है तो रोबोट जवाब देता है कि मेरा नाम जॉनीज है। बच्चों ने बताया कि यह वहां भी जाकर काम कर सकता है जहां पर इंसान नहीं जा सकते। इसमें कई तरह के सेंसर लगाए गए हैं जिससे ये आसानी के किसी भी काम को कर सकता है। बच्चों ने कहा कि पहला पंजाबी रोबोट बनाने लिए हमारा हौसला बढ़ाएं। अटल टिंकरिंग लैंब से निकला रोबोट, PM नरेंद्र मोदी ने शुरू की थी बच्चों ने इस रोबोट को स्कूल की अटल टिंकरिंग लैब में तैयार किया है। ये लैब भारत सरकार के इनिशिएटिव है जिसमें 6वीं क्लास से 12वीं तक के बच्चों को टेक्नोलॉजी सिखाई जाती है। अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL) की शुरुआत 2016 में नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (AIM) के तहत की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य स्कूलों में छात्रों में इनोवेशन और स्टार्टअप की संस्कृति को बढ़ावा देना है। ये लैब साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स में बच्चों को क्रिएटिव बनाने का काम करती है। CM मान के मैथ्स पर जोक का जवाब भी दे चुके हैं स्कूल के बच्चे स्कूल के बच्चे इससे पहले CM भगवंत मान के मैथ्स को लेकर उस जोक का भी जवाब दे चुके हैं, जिसमें सीएम ने कहा था कि स्कूलों में पूरी उम्र हमें साइन-कास थीटा पढ़ाया जाता रहा, लेकिन ये जिंदगी में कहीं काम नहीं आया। हालांकि सीएम ने एजुकेशन में रेलेवेंसी की बात की थी। इसके बाद स्कूल के बच्चों ने सीएम के उस वीडियो का भी जवाब देकर स्कूल में मैथ्स के जरिए बिना माप लिए बिल्डिंग की हाइट बताई थी। इसके लिए बकायदा फार्मूला बनाकर बताया था कि कैसे साइन और कास थीटा किसी भी चीज की हाइट को बिना फीते से मापे भी पूरा सही बता सकता है।