जंगलमहल में फिर हाथियों का आतंक, 24 घंटे में दो जिलों में दो की मौत

मृतक का शरीर

मेदिनीपुर/झाड़ग्राम, 9 दिसंबर (हि.स.)। जंगलमहल में हाथियों का आतंक एक बार फिर स्थानीय जनजीवन के लिए खतरा उत्पन्न करने लगा है। दो दिनों के भीतर पश्चिम मेदिनीपुर और झाड़ग्राम—दो जिलों में हाथियों के हमले में दो लोगों की मौत हो गई। सोमवार शाम पश्चिम मेदिनीपुर में और मंगलवार सुबह झाड़ग्राम में हुई इन घटनाओं से पूरे क्षेत्र में शोक और दहशत का माहौल है।

पहली घटना , पश्चिम मेदिनीपुर के गोयालतोड़ थाना क्षेत्र के बाघाखुलिया गांव की है। यहां सोमवार शाम एक दलछुट हाथी अचानक घुस आया। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक मोहन सरें, जो अपने रिश्तेदार के घर पैदल जा रहे थे, फुटबॉल मैदान के पास हाथी के आमने-सामने आ गए। दंतैल हाथी ने उन पर जोरदार हमला किया और उनका शरीर बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया। मौके पर पहुंचे वन विभाग कर्मियों ने शव बरामद किया। हाथी की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

दूसरी घटना – मंगलवार तड़के झाड़ग्राम जिले के कूलटिकरी क्षेत्र के बालिगेड़िया लाधापाड़ा इलाके में हुई जहां 70 वर्षीय जया आड़ी की भी हाथी के हमले में मौत हो गई। सुबह-सुबह हुए इस हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। यहां भी हमले का कारण एक दल से बिछड़ा हाथी बताया जा रहा है।

इन दोनों घटनाओं के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश और भय व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों की अनियंत्रित आवाजाही और बार-बार बढ़ते हमलों ने आम लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। वन विभाग ने आश्वासन दिया है कि हाथियों की गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है और प्रभावित इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।

लगातार हो रही ऐसी घटनाओं ने जंगलमहल में मानव-हाथी संघर्ष की समस्या को एक बार फिर उजागर कर दिया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता