लुधियाना के मत्तेवाड़ा जंगल से खैर के 33 पेड़ चोरी:5 लाख कीमत: मोहाली निवासी व 7 साथी गिरफ्तार, हिमाचल में बेचा

पंजाब के लुधियाना में वन विभाग ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। मत्तेवाड़ा के जंगल से 33 खैर (बबूल कत्था) के पेड़ चोरी किए गए हैं। मोहाली के मुल्लांपुर गरीबदास के एक निवासी और उसके सात साथियों को इन पेड़ो को चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पेड़ों की चोरी की यह घटना फरवरी 2024 में हुई थी, लेकिन लुधियाना वन विभाग को आरोपी की पहचान करने में लगभग डेढ़ साल लग गए। आरोपियों की पहचान होने के बाद विभाग ने तुरंत शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद मेहरबान पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई। दवाइयों में इस्तेमाल होते पेड़ जिला वन अधिकारी (डीएफओ) राजेश गुलाटी ने बताया कि आरोपी कुलविंदर सिंह और उसके साथियों ने मिलकर चोरी से पेड़ों को कटा। एक कैंटर का इस्तेमाल करके उन्हें वहां से ले गए। डीएफओ गुलाटी ने बताया कि खैर के पेड़ों की कीमत बहुत ज्यादा होती है, क्योंकि इनसे कत्था निकाला जाता है, जिसका इस्तेमाल दवाइयों और कई उद्योगों में होता है। हिमाचल में बेच दिया लकड़ी इन 33 पेड़ों की कीमत लगभग 5 लाख रुपए है। हमारी जांच में पता चला है कि मोहाली के रहने वाले आरोपियों ने बाद में चोरी की लकड़ी को हिमाचल प्रदेश में बेच दिया। उन्होंने बताया कि विभाग की जांच से कुलविंदर सिंह की मिलीभगत का पता चला जिसके बाद 2 अक्टूबर को लुधियाना पुलिस को शिकायत सौंपी गई। मेहरबान पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर परमजीत सिंह जो इस मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय वन अधिनियम की धारा 29, 30, 32, 33 और 63 के साथ-साथ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 303 (2) (चोरी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।