लुधियाना के युवक का अनोखा जुनून::भारी से भारी फायर टेंडर खींचकर बनाता है वर्ल्ड रिकार्ड, आज फिर करेगा कोशिश
- Admin Admin
- Dec 09, 2025
पंजाब के लुधियाना में रहने वाले शरणदीप सिंह काे अनोखा जुनून है। वो अपने कंधों के जोर से भारी से भारी फायर टेंडर खींचने का वर्ल्ड रिकार्ड बना रहा है। 18 साल की उम्र में 47 टन का फायर टेंडर खींच कर जूनियर लेवल पर वर्ल्ड रिकार्ड अपने नाम कर चुका है। अब अब 55 टन का फायर टेंडर खींच वर्ल्ड रिकार्ड अपने नाम करने की तैयारी कर रहा है। शरणदीप सिंह आज लुधियाना के लोकल बस स्टैंड स्थित फायर ब्रिगेड स्टेशन पर 55 टन का फायर टेंडर खींचने की कोशिश करेगा। अगर वो इसे खींचने में कामयाब हो गया तो उनके नाम ओवर ऑल वर्ल्ड रिकार्ड हो जाएगा। अभी वर्ल्ड रिकार्ड 50 टन का फायर टेंडर खींचने का है। 18 साल की उम्र में खींचा था 47 टन का फायर टेंडर शरणदीप सिंह ने बताया कि उसने 18 साल की उम्र में 47 टन का फायर टेंडर खालसा कॉलेज मॉडल टाउन में खींचकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया था। उसने बताया कि यह रिकार्ड उनके नाम दर्ज है। जूनियर वर्ग में उनका यह रिकार्ड आज भी कायम है। किसी ने भी यह रिकार्ड नहीं तोड़ा। 52 टन का फायर टेंडर खींचा लेकिन नहीं हो सका रिकार्ड में दर्ज शरणदीप सिंह ने बताया कि 2022 में उसने लुधियाना के सुंदर नगर में 52 टन का फायर टेंडर खींचा था लेकिन तकनीकी खामियों के कारण उनका यह रिकार्ड में दर्ज नहीं हुआ। उस समय वीडियो सही एंगल से नहीं बनाए गए जिसकी वजह से रिकार्ड दर्ज करने वाली संस्था ने इस पर ऑब्जेक्शन लगा दिया। अब 55 टन का टेंडर खींचकर बनाऊंगा वर्ल्ड रिकार्ड शरणदीप सिंह ने बताया कि मंगलवार को 55 टन का टेंडर खींचकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की कोशिश करूंगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए वो काफी समय से प्रैक्टिस कर रहा है। उसे पूरी उम्मीद है कि इस बार वो वर्ल्ड रिकार्ड बना देगा। 52 सीटर बस में 110 बच्चे बैठाकर भी खींचे 2022 में ईशर सिंह नगर में शरणदीप सिंह ने 52 सीटर बस में 110 बच्चे बैठाए और उसके बाद उन्हें खींचा था। यही नहीं उसी साल उसने शिफाली इंटरनेशनल स्कूल में बसों को एक दूसरे के साथ बांधकर खींच चुका है। पावर लिफ्टिंग में जीत चुका है नेशनल में तीन गोल्ड शरणदीप सिंह मूलत: पावर लिफ्टिंग के खिलाड़ी हैं। वो पावर लिफ्टिंग में तीन बार नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने बताया कि 2019- 2022 व 2023 उन्होंने गोल्ड मेडल जीते थे। इसके अलावा आर्म रेसलिंग में भी उन्होंने नेशनल लेवल पर मेडल जीते हैं। करियाना व स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं शरणदीप शरणदीप अपने पिता के साथ लुधियाना के राहों रोड पर करियाना व स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं। उनका कहना है कि बचपन से ही उन्हें पंजा लड़ाने का शौक था उसे बाद में उन्होंने गेम में बदल दिया। फिर उन्होंने पावर लिफ्टिंग को खेल के तौर पर चुना। 14 साल की उम्र से वो कंधों के बल रस्सी से वाहनों को खींच रहे हैं।



