नालंदा जिले में आपदा प्रबंधन को लेकर किया गया माॅक ड्रील बैठक

नालंदा, 9 दिसंबर (हि.स.)।जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय सभागार में मंगलवार को शैलेश कुमार दास अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) नालंदा एवं ललन कुमार डिप्टी कमांडेंट (एन डी आर एफ 9वी बटालियन, बिहटा, पटना) के द्वारा सीवीआर एन अर्थात केमिकल,बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल एवं न्यूक्लियर आपदाओं से निपटने की तैयारियों के मूल्यांकन हेतु आयोजित टेबल टॉप एक्सरसाइज के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें सीवी आर एन आपदाओं के संभावित जोखिम रणनीति संसाधनों की उपलब्धता आपदा के दौरान विभिन्न विभागों के बीच समन्वय तथा त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र को और सुदृढ़ बनाने पर विस्तृत चर्चा की गई।

मौके पर अधिकारियों ने बताया कि सीवीआरएन आपदाएँ अत्यंत संवेदनशील एवं जटिल स्थिति उत्पन्न कर सकती हैं। इसलिए मॉक ड्रिल के माध्यम से तैयारियों का परीक्षण अनिवार्य है। इस अभ्यास का उद्देश्य संबंधित विभागों को वास्तविक परिस्थिति में त्वरित एवं प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए प्रशिक्षित करना है। यह अभ्यास केवल एक औपचारिकता नहीं है बल्कि किसी भी संभावित आपदा की स्थिति में हमारी वास्तविक परीक्षा की पूर्व तैयारी है। सीवी आर एनआपदाएँ सामान्य आपदाओं से कहीं अधिक जटिल और संवेदनशील होती हैं। इनमें त्वरित निर्णय विभागों के बीच सटीक समन्वय वैज्ञानिक दृष्टिकोण और प्रशिक्षित मानव संसाधन की अत्यंत आवश्यकता होती है।

इस टेबल टॉप एक्सरसाइज से यह समझने का अवसर देती है कि वर्तमान की तैयारियाँ कितनी सक्षम हैं और हमें किन क्षेत्रों में और अधिक सुदृढ़ होने की आवश्यकता है।इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य है कि आपात प्रतिक्रिया प्रणाली का परीक्षण, विभागों के बीच समन्वय को मजबूत करना, सूचना के त्वरित आदान-प्रदान की प्रक्रिया को परखना और किसी भी सीवी आर एन आपात स्थिति में जन-धन की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रमोद पांडे