चार साल पुराना विवाद याद करवाकर लिखा-:चार वर्ष पहले भी कैबिनेट मीटिंग में हुआ था मनी फार ट्रांसफर पर कलेश

कंग्रेस में चल रहे विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता ने चुटकी लगी है। एक्स पर पोस्ट शेयर कर प्रितपाल सिंह बलियावाल ने चार साल पुरानी एक कैबिनेट मीटिंग में हुए विवाद का जिक्र किया है। उसमें लिखा गया है कि कैबिनेट की बैठक में मनी फाॅर ट्रांसफर को लेकर विवाद हुआ था। झगड़े की आवाजें हॉल से बाहर तक सुन रही थीं। यही नहीं उनकी तरफ से इस पोस्ट को लडी नंबर 1 लिखा गया है, जिससे साफ है कि भाजपा कांग्रेस के सभी पुराने मामले निकालकर लाने वाली है। यह मुद्दा पुलिस अफसरों की ट्रांस्फर का था। प्रितपाल सिंह बलियावाल ने लिखा है कि कांग्रेस का भ्रष्टाचार और कुर्सी का क्लेश! आज से ठीक 4 साल पहले पंजाब भवन में हुई कैबिनेट बैठक में दो मंत्री मुख्यमंत्री के सामने ही आपस में भिड़ पड़े थे। अफसरों को कमरे से बाहर निकाल दिया गया था और ऊँची आवाज़ें कमरे से बाहर तक सुनाई दे रही थीं। पूरा हंगामा इस बात पर था— “मनी फॉर ट्रांसफर”। बस यही याद करवाना था कि यही पैसा आगे चलकर मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए कलेक्शन में इस्तेमाल होता है। क्यों सिद्धू मैडम बात सही है ना...... लिंक में डाली गई चार साल पुरानी खबर में क्या चुनावी पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की दो महीने पुरानी सरकार एक बड़े विवाद में घिर गई है। पुलिस तबादलों में कथित कमीशनखोरी को लेकर कैबिनेट के दो वरिष्ठ मंत्रियों राणा गुरजीत सिंह और उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री सुखजिंदर रंधावा के बीच तीखा विवाद हो गया। बताया जाता है कि कैबिनेट बैठक में राणा गुरजीत ने कुछ SSP स्तर के अधिकारियों के तबादलों पर आपत्ति जताई, जिसके बाद दोनों के बीच गर्मागर्म बहस हुई और दोनों मंत्रियों ने नाराज होकर बैठक छोड़ दी। मामला अगले दिन पार्टी के राज्य प्रभारी हरीश चौधरी तक पहुंचा। विवाद कपूरथला में नए SSP की नियुक्ति को लेकर बढ़ा, कहा जा रहा है कि यह कदम राणा गुरजीत की इच्छा के खिलाफ था। इस पूरे प्रकरण पर शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाते हुए स्वतंत्र जांच की मांग की है। कौन हैं प्रितपाल सिंह बलियावाल इस पोस्ट के बाद यह जानना बेहद जरूरी है कि प्रितपाल सिंह बलियावाल हैं, कौन? वह लुधियाना के निवासी हैं और पूरी तरह से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ जुडे हुए हैं। वह पहले कांग्रेस के प्रवक्ता के तौर पर सक्रिय रहे हैं और कैप्टन के भाजपा ज्वाइन करने के साथ ही भाजपा में आए और अब यहां पर प्रवक्ता की ड्यूटी निभा रहे हैं। वह लंबा समय कांग्रेस में रहे और सरकार के बीच के सभी बड़ी घटनाएं उन्हें पता हैं। दोपहर में है भाजपा की पत्रकारवार्ता भारतीय जनता पार्टी की तरफ से अपने स्टेट कार्यालय में एक पत्रकारवार्ता बुलाई गई है, जिसे भाजपा के सीनियर नेता अनिल सरीन की तरफ से संबोधित किया जाना है। इसमें भी वह कांग्रेस के उक्त विवाद पर ही बात करेंगे।