एसएमवीडीयू में इनोवेशन व एंटरप्रेन्योरशिप वर्कशॉप आयोजित

जम्मू, 9 दिसंबर (हि.स.)। श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी (एसएमवीडीयू) के स्कूल ऑफ एनर्जी मैनेजमेंट और स्कूल ऑफ बिजनेस द्वारा जम्मू-कश्मीर साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन काउंसिल (जेकेएसटीआईसी) के सहयोग से इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप पर एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों, रिसर्च स्कॉलर्स और नए इनोवेटर्स में क्रिएटिविटी, समस्या समाधान और स्टार्ट-अप संस्कृति को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल ऑफ एनर्जी मैनेजमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. संजीव आनंद के स्वागत भाषण से हुआ। उन्होंने इनोवेशन-चालित विकास को क्षेत्रीय प्रगति की कुंजी बताते हुए ऐसी पहल को समय की आवश्यकता बताया। मैनेजमेंट फैकल्टी के डीन प्रो. आशुतोष वैशिष्ठ ने एसएमवीडीयू के इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर युवाओं को उद्यमिता कौशल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

वर्कशॉप के मुख्य अतिथि एसएमवीडीयू के वाइस चांसलर प्रो. प्रगति कुमार ने उभरती तकनीकों, सरकारी समर्थन योजनाओं और इंटरडिसिप्लिनरी सहयोग के महत्व पर विस्तृत चर्चा की। जेकेएसटीआईसी की असिस्टेंट डायरेक्टर श्रुति खन्ना ने प्रतिभागियों को काउंसिल की फंडिंग स्कीमों और इनोवेशन सपोर्ट कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. कुमार आशुतोष ने जम्मू क्षेत्र में पर्यटन में इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप विषय पर विचार साझा किए और एडवेंचर, इको व हेरिटेज टूरिज्म के बढ़ते अवसरों पर रोशनी डाली। जम्मू विश्वविद्यालय की प्रो. अमीषा गुप्ता ने सस्टेनेबल स्टार्टअप, ग्रीन बिजनेस मॉडल और अटल इनोवेशन मिशन व निधि-प्रयास जैसी सरकारी योजनाओं पर जानकारीपूर्ण सत्र प्रस्तुत किया।

वर्कशॉप में डिजाइन थिंकिंग, आईपीआर, स्टार्ट-अप स्थापना प्रक्रिया आदि पर इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किए गए। इसमें एसएमवीडीयू के छात्र, फैकल्टी और रिसर्च स्कॉलर उत्साहपूर्वक शामिल हुए। समापन पर स्कूल ऑफ बिजनेस के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. केतन भट्ट ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा और जेकेएसटीआईसी के निरंतर सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। एसएमवीडीयू ने क्षमता निर्माण, सहयोग और इन्क्यूबेशन सपोर्ट के माध्यम से क्षेत्र में उद्यमिता व इनोवेशन को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। वर्कशॉप का समन्वय डॉ. विनीत त्यागी और डॉ. यथेश आनंद ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा