दिल्ली में प्रदूषण नियन्त्रण होगा और मजबूत, पर्यावरण मंत्री ने की डस्ट पोर्टल 2.0 एवं ग्रीन दिल्ली ऐप के अपग्रेड की समीक्षा
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- Dec 09, 2025
नई दिल्ली, 09 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली सरकार राजधानी में प्रदूषण नियंत्रण की व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और तकनीक-संचालित बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में पर्यावरण विभाग अपने डिजिटल सिस्टम को अपग्रेड कर रहा है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार को डस्ट पोर्टल 2.0 और उन्नत ग्रीन दिल्ली ऐप की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि डस्ट पोर्टल 2.0 निर्माण स्थलों की रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए एक व्यापक प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसमें जीआईएस मैपिंग, एआई आधारित स्कोरिंग, ऑटोमेटिक नियम अनुपालन जांच, और निर्माण साइटों के लिए क्यूआर कोड वेरिफिकेशन जैसी सुविधाएँ शामिल होंगी। पोर्टल को एमसीडी, पीडब्ल्यूडी और डीडीए के सिस्टम से जोड़ने का कार्य जारी है ताकि सभी एजेंसियाँ एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर समन्वय कर सकें।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण में तकनीक सबसे बड़ी ताकत है। डस्ट पोर्टल 2.0 जैसे टूल से रियल-टाइम में उल्लंघन पकड़ सकेंगे और तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित होगी। इससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और जवाबदेह बनेगी।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पोर्टल का बीटा संस्करण कुछ ही हफ्तों में परीक्षण के लिए तैयार कर लिया जाए।
बैठक में ग्रीन दिल्ली ऐप के अपग्रेड की भी समीक्षा की गई। ऐप के ज़रिए नागरिक 17 श्रेणियों में प्रदूषण संबंधी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं। जैसे मलबा फेंकना, सड़क धूल, खुले में जलाना, औद्योगिक धुआँ आदि। सभी शिकायतें संबंधित विभागों के डिजिटल डैशबोर्ड से जुड़ी होती हैं, जहां से उनकी निगरानी और समाधान प्रक्रिया ट्रैक की जाती है।
पर्यावरण मंत्री ने निर्देश दिया कि लंबित शिकायतों को प्राथमिकता से निपटाया जाए और समाधान की पुष्टि के लिए अधिकारी का 200 मीटर के दायरे में मौजूद रहना अनिवार्य होगा।
सिरसा ने कहा कि दिल्ली सरकार सिर्फ तकनीक का इस्तेमाल नहीं कर रही, बल्कि ऐसी व्यवस्था बना रही है जो सालभर चले। हमारा फोकस जमीन पर दिखने वाले नतीजों और लोगों के भरोसे को मजबूत करने पर है।
नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि ग्रीन दिल्ली ऐप पर की गई हर शिकायत स्वच्छ हवा की दिशा में एक कदम है। डस्ट पोर्टल 2.0 और ग्रीन दिल्ली ऐप के आधुनिकीकरण के साथ दिल्ली एक ऐसे डेटा-आधारित प्रदूषण प्रबंधन मॉडल की ओर बढ़ रही है, जो पारदर्शिता और जवाबदेही को केंद्र में रखता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी



