हिसार : विवि की राष्ट्रीय सेवा योजना की अक्षय रोग निवारण के लिए सराहनीय पहल : प्रो. नरसी राम बिश्नोई

टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत किया जनभागीदारी कार्यक्रम का आयोजन

विश्वविद्यालय ने निक्षय मित्र योजना के तहत लिया 48 अक्षय रोगियों को गोद

हिसार, 9 दिसंबर (हि.स.)। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय की ओर से गोद लिए गांव

देवा, सातरोड़ कलां, बहबलपुर व नंगथला के अक्षय रोग से पीड़ित रोगियों के लिए विशेष

राशन वितरण का आयोजन किया गया। राशन वितरण का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.

नरसी राम बिश्नोई ने हरी झंडी दिखाकर किया।

कुलपति ने मंगलवार काे स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय

की राष्ट्रीय सेवा योजना की यह पहल अक्षय रोग निवारण के लिए एक सराहनीय कदम है।

2022 में शुरू किए गए टीबी मुक्त भारत अभियान का लक्ष्य देश से टीबी (तपेदिक) को खत्म

करना है। इस प्रकार के कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी से टीबी रोगियों को पोषण,

निदान और व्यावसायिक सहायता प्राप्त होती है। सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से रोगियों

की देखभाल और उपचार परिणामों में सुधार को बढ़ावा मिलता है।

इस अभियान के तहत व्यक्तियों और संगठनों द्वारा टीबी रोगियों को गोद लेकर सहायता

(पोषण किट, व्यावसायिक प्रशिक्षण) प्रदान करना एवं निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के

दौरान हर महीने पोषण सहायता (लगभग 500रू) प्रदान करना आदि शामिल हैं। कुलसचिव डॉ विजय कुमार ने कहा कि अक्षय

रोगियों को गोद लेकर जन-भागीदारी के कार्यक्रम से टीबी के खिलाफ लड़ाई में गति मिलेगी।

देश टीबी मुक्त बनने के लक्ष्य की ओर अग्रसर होगा। इसके लिए विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवकों की चार टीमें

बनाई गई है जो गोद लिए गांव में जाकर अक्षय रोग से पीड़ित रोगियों के लिए विशेष सामग्री

का वितरण सामान्य हस्पताल हिसार के अधिकारियों के दिशा निर्देश में करेंगे।

एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ. महावीर प्रसाद ने बताया टीवी मुक्त भारत अभियान

के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसमें ऑनलाइन पोर्टल पर भी रजिस्ट्रेशन

किया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति अथवा संस्था पोर्टल पर पंजीकरण करवा के अक्षय रोगियों

को ऑप्ट कर सकते हैं ।यह अभियान निक्षय डिजिटल पोर्टल के माध्यम से सामुदायिक समर्थन

के लिए भी एक मंच प्रदान करता है। यह अभियान टीबी रोगी पोषण के लिए दुनिया की सबसे

बड़ी क्राउड-सोर्सिंग पहलों में से एक है। जिसमें रोगी को मोरल स्पोर्ट के साथ- साथ

फाइनेंशियल सपोर्ट भी मिलती है और उनको मुख्य धारा से जोड़कर जीवन यापन करने में मदद

भी मिलती है।

इस अवसर पर डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. मुकेश शर्मा, एनएसएस प्रोग्राम अधिकारी

डॉ. विकास जांगड़ा, डॉ. सुनीता रानी, डॉ. सुमित कुमार, टीबी हॉस्पिटल हिसार से टीबी

स्पेशलिस्ट डॉ. विनोद गोयल व मनदीप मलिक काउंसलर, रेड क्रॉस के फील्ड कोऑर्डिनेटर सुरेंद्र

श्योराण, लिपिक दलबीर, नरेश एवं 30 एनएसएस स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर