सैलरी न मिलने पर एचआरटीसी कर्मचारियों का अल्टीमेटम, 24 दिसंबर से बसें खड़ी करने की चेतावनी

शिमला, ०9 दिसंबर (हि.स.)। वेतन न मिलने से नाराज हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के चालक-परिचालकों ने मंगलवार को शिमला पुराने बस अड्डे स्थित निगम मुख्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार व निगम प्रबंधन के खिलाफ रोष जताया। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने राज्य सरकार को 24 दिसंबर तक लंबित वेतन व अन्य वित्तीय देनदारियां जारी करने का अल्टीमेटम दिया है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर तय समय तक वेतन नहीं दिया गया, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर बसों को खड़ा कर देंगे।

चालक-परिचालक यूनियन के अध्यक्ष मानसिंह ठाकुर ने कहा कि 9 दिसंबर बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाया, जिससे उनका परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को फैसला करना होगा या तो कर्मचारियों को उनका हक दिया जाए या फिर एचआरटीसी को बंद कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि निगम हमें सैलरी नहीं दे सकता, तो इसे चलाने का कोई मतलब नहीं है।

मानसिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि निगम की कार्यशालाओं में न तो कलपुर्जे उपलब्ध हैं और न ही पर्याप्त मैकेनिक। कई बार खराब बसों को मजबूरी में रूटों पर भेजा जाता है और बसें सड़क पर खराब होने पर जनता चालक-परिचालकों को निशाना बना रही है, जिससे उनकी जान तक जोखिम में पड़ रही है।

उन्होंने कहा कि कर्मचारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं, लेकिन सरकार व प्रबंधन समस्याओं के समाधान के लिए गंभीर नहीं दिख रहे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कि अब कर्मचारियों का धैर्य जवाब दे रहा है। अगर 24 दिसंबर तक वेतन और लंबित भत्तों का भुगतान नहीं हुआ, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी और सभी बसें बंद कर दी जाएंगी।

यूनियन का कहना है कि एचआरटीसी घाटे में है तो इसका जिम्मेदार कर्मचारियों को नहीं, बल्कि प्रबंधन और सरकार को माना जाना चाहिए। कर्मचारियों का कहना है कि वेतन न मिलने से उनका जीवन संकट में है और अब निर्णायक संघर्ष किया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा