UGC चेयरमैन को 3 घंटे तक स्टूडेंट्स ने घेरा:असम की यूनिवर्सिटी में 79 दिनों से जारी आंदोलन, सिंगर जुबिन की मौत के बाद शुरू हुआ प्रोटेस्ट
- Admin Admin
- Dec 09, 2025
असम की तेजपुर यूनिवर्सिटी लगातार खबरों में बनी हुई है। प्रदर्शनकारियों ने रविवार 7 दिसंबर को चेतावनी दी कि वो यूनिवर्सिटी में शटडाउन तब तक जारी रखेंगे, जब तक कि केंद्र सरकार की ओर से कुलपति शंभू नाथ सिंह को हटाए जाने की औपचारिक सूचना नहीं मिल जाती। 29 नवंबर से जारी है कैंपस शटडाउन सितंबर महीने से यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर पर लगे कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोपों को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहा है। स्टूडेंट्स ने 29 नवंबर से कैंपस में सभी गतिविधियों पर पूरी तरह से शटडाउन लगा रखा है। इसके चलते प्रशासन को सभी एंड-टर्म परीक्षाएं रद्द करनी पड़ीं। जांच के लिए पहुंची MoE की टीम को छात्रों ने घेरा इससे पहले शनिवार, 6 दिसंबर को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सचिव और UGC चेयरमैन विनीत जोशी की अगुआई में एक उच्च-स्तरीय टीम जांच के लिए आधी रात में कैंपस पहुंची थी। इसे प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया था। वे 3 घंटे से ज्यादा समय तक अपनी गाड़ियों में ही फंसे रहें। वीसी शंभू नाथ के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन उच्च-स्तरीय टीम को आधी रात के बाद तब जाने की अनुमति दी गई जब डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन की जॉइंट सेक्रेटरी सौम्या गुप्ता (जो प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थीं) ने एक सादे कागज पर लिखित आश्वासन दिया। इस हैंडरिटन अशॉरन्स में कहा गया है कि जब तक वीसी शंभू नाथ सिंह खिलाफ 'सख्त और समयबद्ध जांच' पूरी नहीं हो जाती, तब तक वो इस सेंट्रल यूनिवर्सिटी का एडमिनिस्ट्रेशन नहीं संभालेंगे। प्रो. ध्रुब कुमार को अंतरिम वीसी बनाया गया सीनियर प्रोफेसर ध्रुब कुमार भट्टाचार्य को सोमवार, 8 दिसंबर को तेजपुर यूनिवर्सिटी का अंतरिम वाइस चांसलर बनाया गया है। लेकिन प्रदर्शनकारी इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रो. ध्रुब को शंभू नाथ सिंह के कहने पर अंतरिम वीसी बनाया गया है। सीएम ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से बातचीत की असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, जहां आंदोलन होगा, वहां मैं नहीं रहूंगा। लेकिन जहां संवाद होगा, वहां मैं जरूर रहूंगा। उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से बातचीत की है। उन्होंने मंत्री से अनुरोध किया है कि निष्पक्ष जांच पूरी होने तक यूनिवर्सिटी में जल्द से जल्द एक प्रो-वीसी की नियुक्ति की जाए, ताकि प्रशासनिक कामकाज प्रभावित न हो। उच्च-स्तरीय टीम को आधी रात के बाद तब जाने की अनुमति दी गई जब डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन की जॉइंट सेक्रेटरी सौम्या गुप्ता (जो प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थीं) ने एक सादे कागज पर लिखित आश्वासन दिया। इस हैंड रिटन अशॉरन्स में कहा गया है कि जब तक वीसी शंभू नाथ सिंह के खिलाफ 'सख्त और समयबद्ध जांच' पूरी नहीं हो जाती, तब तक वो इस सेंट्रल यूनिवर्सिटी का एडमिनिस्ट्रेशन नहीं संभालेंगे। सिंगर जुबीन की शोक सभा के चलते उठा आंदोलन प्रोटेस्ट 21 सितंबर को तब शुरू हुआ था जब स्टूडेंट कैंपस में गायक जुबीन गर्ग के लिए शोक करना चाह रहे थे। लेकिन प्रशासन ने उनकी ये मांग ठुकरा दी। स्टूडेंट्स के अनुसार, यह डिसीजन लोकल सेंटीमेंट्स का अपमान था। स्थिति तब और गंभीर हो गई जब वाइस चांसलर ने कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की और बाद में कैंपस छोड़ दिया। इससे स्टूडेंट, प्रोफेसर और कर्मचारी का एकजुट आंदोलन भड़क उठा। वीसी पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप स्टूडेंट्स और प्रोफेसर्स ने वाइस चांसलर शंभू नाथ सिंह पर वित्तीय अनियमितताओं और लंबे समय तक कैंपस से गैरहाजिर रहने का आरोप लगाया। इसके चलते प्रशासनिक कामकाज ठप हो गया, कैंपस का बुनियादी ढांचा जर्जर हुआ और शैक्षणिक प्रक्रियाएं बाधित रही। 1 साल 23 दिन तक कैंपस से नदारद रहे वीसी वहीं, टीचर्स एसोसिएशन ने दावा किया है कि अप्रैल 2023 से सितंबर 2025 के बीच सिंह 388 दिनों तक कैंपस में उपस्थित नहीं रहे। इस आंदोलन के बीच 11 फैकल्टी सदस्य और अधिकारी अपने पदों से इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें फाइनेंशियल ऑफिसर ब्रज बंधु मिश्रा, एक्टिंग रजिस्ट्रार और कई डीन, डायरेक्टर और असिस्टेंट डीन शामिल हैं। TUUF के बैनर के तले हो रहा प्रोटेस्ट यूनिवर्सिटी में पिछले 2 महीने से हालात तनावपूर्ण बने हुए है। तेजपुर यूनिवर्सिटी यूनाइटेड फोरम (TUUF) नाम के संगठन के नेतृत्व में स्टूडेंट, प्रोफेसर और कर्मचारी मिलकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। TUUF ने कहा है कि लगातार 79 दिनों के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के बाद भी वाइस चांसलर को हटाने के लिए कोई ठोस समाधान या कार्रवाई का आश्वासन नहीं दिया गया। --------------------------- ये खबर भी पढ़ें... NCERT की किताब में गजनवी पर 6 पेज होंगे: पहले एक पैरा था; 7वीं की किताब में मथुरा, कन्नौज मंदिर लूट और सोमनाथ डिमॉलिशन जुड़े NCERT ने 7वीं क्लास की सोशल साइंस की किताब में नए बदलाव किए हैं। सिलेबस में महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमणों के टॉपिक को बढ़ाया गया है। इससे पहले किताब में गजनवी पर केवल एक पैराग्राफ था। लेकिन नई किताब में 6 पेजेस का एक नया सेक्शन जोड़ा गया है। बुक में महमूद गजनवी और उससे जुड़े कालखंडों को और ज्यादा डिटेल में बताया गया है। नए सिलेबस की किताबें 2026-27 सेशन में पढ़ाई जा सकती हैं। पढ़ें पूरी खबर...



