दूसरे नवरात्र में शाम तक लगभग 1000 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

बनी।
गांव  दनी से जोड़ेयां माता के निशान सुबह पालकी में सवार होकर ढोल नगाड़ों के साथ जोड़ेयां माता दरबार पर पहुंचे जहां पर जोड़ेयां लंगर कमेटी चैरिटेबल ट्रस्ट बांजल और मंदिर ट्रस्ट ने साथ-साथ श्रद्धालुओं ने माता का भव्य स्वागत किया। वहीं दूसरी ओर दोले माता के दरबार पर भी सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया जबकि बनी शक्ति माता मंदिर, चंडी माता भंडार, ज्वाला माता डगर मेंं भी श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। कोट और बनी रास्ते खराब होने की परवाह ना करते हुए दूसरे नवरात्रे में जोड़ेयां माता के जयकारों से पर्वत गूंजते रहे जबकि जोड़ेयां माता की पालकी दरबार पर पहुंचने के पश्चात माता के चेले धर्म चंद ने माता की पूजा अर्चना की और कंचन पूजन किया गया इसके पश्चात माता का दरबार श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया गया । इस मौके पर सुशील बांजलिया ने बताया कि शाम तक लगभग 1000 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं जबकि बुधवार की रात को माता के दरबार 100 से अधिक श्रद्धालु ठहरे हुए थे ।इसी तरह दोले माता के दरबार शक्ति माता, चंडी माता ,ज्वाला माता के दरबार पर भी सुबह हवन और पूजा अर्चना की गई जबकि कंजक पूजन के पश्चात दरवाजों को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया गया।इसी तरह दोले माता मैं भी श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते रहे।इस मौके पर जोड़ेंयां माता  और दोले माता के दरबार पर लंगर का बंदोबस्त किया गया है जबकि जोडेयां माता जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बसहोली जोडेयां माता लंगर कमेटी ने बांजल के मि_ू ने बताया कि  श्रद्धालुओं का आना जारी है जबकि श्रद्धालुओं के लिए लंगर और ठहरने ही पूर्ण व्यवस्था की गई है । इसी तरह शांति लंगर कमेटी ने कोट में श्रद्धालुओं के लिए लंगर और ठहरने की व्यवस्था की है ताकि आने जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या ना आए।

 

   

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