जेएमसी ने उपयोग किए गए जल प्रबंधन पर क्षमता निर्माण कार्यशाला आयोजित की

जम्मू। स्टेट समाचार
आवास एवं शहरी विकास विभाग की आयुक्त/सचिव मनदीप कौर के अनुरोध पर जम्मू नगर निगम ने शौचालय संतृप्ति और उपयोग किए गए जल प्रबंधन पर केंद्रित क्षमता निर्माण कार्यशाला आयोजित की। जम्मू नगर निगम के आयुक्त राहुल यादव की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन जम्मू के कन्वोकेशन सेंटर में किया गया। इसका आयोजन जेएमसी और शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय, जम्मू द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। प्रतिभागियों में जम्मू संभाग की नगर परिषदों/समितियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी/कार्यकारी अधिकारी, साथ ही यूईईडी, पीएचई, जेएमसी और पीआईयू टीमों (केपीएमजी) के इंजीनियर शामिल थे। सीपीएचईईओ (एमओएचयूए) के वीके चौरसिया और सतीश कुमार ने उपस्थित लोगों के साथ अपनी विशेषज्ञता साझा की। कार्यशाला में शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) की जनसंख्या श्रेणियों के अनुरूप सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) के माध्यम से प्रयुक्त अपशिष्ट जल के उपचार के लिए विभिन्न तकनीकों को शामिल किया गया। सलाहकारों ने प्रतिभागियों को जिला प्रशासन के साथ समन्वय में अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों के लिए भूमि की पहचान करने और इन संयंत्रों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के दौरान सलाहकारों और इंजीनियरों के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया। सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों को उन्नत करने और आकांक्षी शौचालयों के लक्ष्यों को प्राप्त करने पर जोर दिया गया। प्रतिभागियों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी गई कि उनके अधिकार क्षेत्र में सभी सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय कार्यात्मक, स्वच्छ हों और सप्ताह में कम से कम एक बार उनका निरीक्षण किया जाए। कार्यशाला में सफाई मित्र सुरक्षित शहर प्रोटोकॉल पर भी प्रकाश डाला गया, जिसमें सेप्टिक टैंक या सीवर की सफाई में शामिल कर्मियों की सुरक्षा और सुरक्षित डीस्लजिंग संचालन के लिए आधुनिक उपकरणों के उपयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसके अतिरिक्त, स्वच्छता पोर्टल घटकों, जैसे ओडीएफ, ओडीएफ+ और ओडीएफ++ के महत्व पर चर्चा की गई। सलाहकारों ने ओडीएफ+ और ओडीएफ++ की स्थिति की ओर बढऩे तथा प्रमाणन के उच्च स्तर को प्राप्त करने के लिए एसबीएम घटकों के आगामी मूल्यांकन की तैयारी के बारे में मार्गदर्शन प्रदान किया।

 

   

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