बिना कारण लंबित विवेचनाओं को प्राथमिकता से समयबद्ध निस्तारण करें : आकाश पटेल
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- Dec 08, 2025
पुलिस उपायुक्त, गोमती ज़ोन ने सभी थाना प्रभारियों और मुंशियों के साथ की बैठक
वाराणसी,08 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) गोमती ज़ोन आकाश पटेल ने सोमवार को जोन के सभी थाना प्रभारियों, मुंशियों और संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर विभागीय कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने थानों में लंबित विवेचनाओं, अपराध नियंत्रण की रणनीतियों और कानून-व्यवस्था को लेकर विस्तृत चर्चा की।
डीसीपी ने विशेष रूप से निर्देशित किया कि 07 वर्ष से कम दण्डनीय अपराधों से संबंधित बिना कारण लंबित विवेचनाओं का प्राथमिकता के आधार पर समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने विवेचना की गुणवत्ता, साक्ष्य संग्रह, कोर्ट कम्प्लायंस और केस डायरी में समयानुसार प्रविष्टि पर विशेष ध्यान देने की बात कही।
उन्होंने निर्देश दिया कि जोन में बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों की तलाश और सत्यापन के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत झुग्गी-झोपड़ियों, ईंट-भट्टों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की गहन जांच की जाए। इन व्यक्तियों के आधार कार्ड, वोटर कार्ड और पृष्ठभूमि का सत्यापन अनिवार्य रूप से किया जाए।
जमानतदारों के सत्यापन अभियान पर भी डीसीपी ने जोर दिया। उन्होंने बताया कि आरोपितों के जमानतदारों की सूची प्राप्त कर उनकी पहचान, पते और दस्तावेजों का विस्तृत सत्यापन थाना स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।
मादक पदार्थों—शराब, गांजा, हेरोइन तथा अन्य नशीले पदार्थों—के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई के लिए उन्होंने हर थाने में विशेष टीम गठित करने की हिदायत दी। इसी प्रकार गौ-तस्करी रोकथाम के लिए इंटेलिजेंस आधारित कार्रवाई, सतत गश्त और संदिग्ध वाहनों व व्यक्तियों पर निगरानी बढ़ाने को कहा।
डीसीपी ने निर्देश दिया कि प्रत्येक कार्रवाई की दैनिक रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाए। अपराध नियंत्रण के तहत गुण्डा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और हिस्ट्रीशीटरों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई में तेजी लाने पर भी बल दिया गया।
वायरलेस (आरटी सेट) पर तैनात कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि हर प्रसारित सूचना तुरंत संबंधित थाना प्रभारी तक पहुंचाई जाए। जनशिकायतों की गुणवत्तापूर्ण जांच कर समयबद्ध आख्या पुलिस उपायुक्त कार्यालय भेजने तथा लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए।
उन्होंने बताया कि थानों में प्रत्येक सेक्शन की दैनिक मॉनिटरिंग अनिवार्य है। साथ ही वांछित, उद्घोषित एवं एनबीडब्ल्यू अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाए जाएं। मिशन शक्ति के अंतर्गत एंटी-रोमियो टीमों की समीक्षा करते हुए डीसीपी ने टीम सदस्यों को एसओपी की पूर्ण जानकारी रखने, रजिस्टर अद्यतन रखने और स्कूलों–कॉलेजों–बाजारों में नियमित तैनाती सुनिश्चित करने को कहा।
साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए उन्होंने जन-जागरूकता बढ़ाने, डिजिटल ट्रेसिंग तेज करने और तकनीकी साक्ष्यों के संरक्षण के निर्देश दिए। ऑनलाइन ठगी के मामलों में पीड़ितों से तुरंत संपर्क कर त्वरित जांच सुनिश्चित की जाए। शीतकालीन मौसम में चोरी व नकबजनी की संभावनाओं को देखते हुए सभी थानों को रात्रि गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी



