सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में चतुर्वेद स्वाहाकार विश्वकल्याण महायज्ञ के 365 दिन पूरे

— यज्ञ की पवित्र धूम के प्रभाव से जन-जन के मन में धर्म के प्रति जागरूकता बढ़ी:कुलपति

वाराणसी,11 मार्च (हि.स.)। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा के पहल पर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित चतुर्वेद स्वाहाकार विश्वकल्याण महायज्ञ के 365 दिन पूरे हो गए है। इसको लेकर विश्वविद्यालय परिवार में हर्ष का माहौल है। इस महायज्ञ का उद्देश्य न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति को बढ़ावा देना है, बल्कि इसके माध्यम से सम्पूर्ण विश्व में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना भी है।

11 मार्च 2024 को प्रारम्भ हुए इस महायज्ञ का आयोजन वेद विभाग के स्मार्तमण्डप (यज्ञशाला) में किया गया था, जहां डॉ. विजय कुमार शर्मा के आचार्यत्व और संयोजकत्व में यह यज्ञ अनवरत 365 दिन से चल रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने मंगलवार को बताया कि इस महायज्ञ के प्रभाव से न केवल हमारे देश में, बल्कि सम्पूर्ण विश्व में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। यज्ञ की पवित्र धूम से लोगों में धर्म के प्रति जागरूकता और आध्यात्मिकता का संचार हुआ है। उन्होंने बताया कि इस महायज्ञ के माध्यम से लोग घर-घर भगवत आराधना में लीन हैं और तीर्थाटन के प्रति भी लोगों का आकर्षण बढ़ा है। यज्ञ के संयोजक और वेद विभाग के आचार्य डॉ. विजय कुमार शर्मा ने बताया कि चूँकि अभी होलाष्टक का समय चल रहा है, इसलिए यज्ञ की पूर्णाहुति और स्थापनोत्सव नव संवत्सर के चैत्र कृष्ण द्वितीय को किया जाएगा। इस महायज्ञ में वाराणसी और देश के अन्य हिस्सों से कई हस्तियों का योगदान रहा है। इस अवसर पर कई विद्वानों और गणमान्यों को आमंत्रित किया जाएगा, ताकि यज्ञ की पूर्णाहुति एक भव्य और दिव्य रूप में संपन्न हो। कुलपति के अनुसार इस महायज्ञ के 365 दिन पूरे होने पर विश्वविद्यालय परिवार अत्यधिक हर्षित है, और इसे एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। यह महायज्ञ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में एकता, शांति और समृद्धि की भावना को भी बढ़ावा दे रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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