कोकराझार (असम), 21 नवम्बर (हि.स.)। तीसरा मविहुर थिएटर महोत्सव 2024-25 बोडोलैंड अंतरराष्ट्रीय थिएटर कार्यक्रम आज कोकराझार के बोडोफा सांस्कृतिक परिसर में शुरू हुआ। यह महोत्सव ल्वर्गी थिएटर ग्रुप द्वारा आयोजित किया गया। बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) के सिनेमा और थिएटर विभाग द्वारा प्रायोजित है। इस महोत्सव में छह अलग-अलग भाषाओं में आठ नाटकों का मंचन होगा, जो एक अनूठा सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करेगा।
विधायक लॉरेंस इस्लारी ने अपने संबोधन में अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों का स्वागत किया और उनकी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने थिएटर के प्रति अपने गहरे लगाव और उसकी सांस्कृतिक जुड़ाव की शक्ति को साझा किया। विधायक इस्लारी ने कहा कि यह महोत्सव सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जो कहानी कहने और प्रदर्शन कला की समृद्ध परंपराओं का उत्सव मनाता है।
कार्यक्रम के दौरान साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता और बोडो साहित्य सभा के अध्यक्ष डॉ. सुरथ नार्जारी द्वारा फावथाय रेगा: ए ड्रामेटिक फोर्स नामक एक स्मारिका का विमोचन किया गया।
महोत्सव की शुरुआत अंग्रेजी नाटक “द एक्सिओम ऑफ चॉइस” से हुई, जिसका निर्देशन मार्कस डु सॉटॉय ने किया। यह नाटक स्वतंत्र इच्छा, युद्ध और गणित के विषयों पर आधारित है। इसके बाद मधुराम बोडो के कार्य पर आधारित और संजय कुमार ब्रह्म व पबित्र मुसाहारी द्वारा निर्देशित जाओलिया देवांग नाटक का मंचन किया गया।
इस कार्यक्रम में ल्वर्गी थिएटर ग्रुप के अध्यक्ष स्वमदन ब्रह्म अन्य विशिष्ट अतिथियों, थिएटर प्रेमियों और समर्थकों ने भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / किशोर मिश्रा